राजेश पाल की रिपोर्ट :
अमेठी : शुकुल बाजार कस्बे में आए दिन जाम की समस्या से कस्बा वासी समेत राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। जाम की सबसे बड़ी समस्या ठेला और गुमटी वाले हैं। सड़क के दोनों पटरियों पर जगह-जगह ठेला और गुमटी वाले अतिक्रमण किए हुए हैं, जिससे राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। खासकर सप्ताह में 2 दिन लगने वाले साप्ताहिक बाजार के दिन तो बड़ी ही परेशानी का सामना करना पड़ता है।
वहीं दूसरी तरफ शुकुल बाजार कस्बे में कटरा चौराहे पर जो कि धनेशा राजपूत मौजा के अंतर्गत आता है। भारी गंदगी और सड़क पर जलभराव से लोगों को भारी परेशानी होती है, जहां सड़क पर जलभराव और कीचड़ रहता है। वहीं बाजार की गंदगी भी सड़क पर खुलेआम बह रही है, जहां इस गंदगी से लोगों के स्वास्थ्य को खतरा है। वहीं राहगीरों को भी चलने में भारी परेशानी होती है।
जलभराव की वजह से सड़क भी बड़ी जल्दी उखड़ जाती है। सड़क पर गड्ढे हो जाते हैं, जो किसी बड़ी दुर्घटना को अंजाम देते हैं। ऐसे में क्षेत्र वासियों समेत कस्बा वासियों ने शासन-प्रशासन व जनप्रतिनिधियों से गंदगी से निजात दिलाने की मांग की है। जल निकास का उचित प्रबंध ना होने से और सफाई कर्मियों के लापरवाही के चलते नालिया भी चोक हैं, जिससे नाली का कचड़ा खुलेआम सड़क पर बहता है, जबकि इसी रास्ते से शुकुल बाजार विकासखंड के अधिकारियों कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों का आना जाना रहता है। उसके बाद भी नालियों की सफाई नहीं हो रही है।
सफाई कर्मचारी नदारद रहते हैं और गंदगी खुलेआम सड़क पर बहती है, जिससे राहगीरों समेत कस्बा वासियों को परेशानी होती है ,बड़ी मजे की बात यह है कि जहां सफाई कर्मचारियों को सरकार मोटी तनख्वाह दे रही है, वहीं सफाई कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी से मुंह चुरा रहे हैं और अधिकारी कर्मचारी भी एवं जनप्रतिनिधि भी सब कुछ देखते हुए मौन हैं।