राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में लापरवाही बरतने पर 13 अधिकारियों का अग्रिम आदेश तक रुका वेतन

प्रवीण मिश्रा की रिपोर्ट

श्रावस्ती बच्चे देश के भविष्य हैं इनको स्वस्थ्य रखना हम सबका नैतिक दायित्व है। सरकार द्वारा इन्हे स्वस्थ्य रखने के उद्देश्य से राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत जिले के स्कूलों एवं आगंनवाडी केन्द्रों में अध्ययनरत बच्चों का स्वस्थ्य परीक्षण कर उन्हे उपचारित करने के साथ ही स्वस्थता एवं स्वच्छता का गुण सिखलाया जाता है ताकि जनपद का हर बच्चा स्वस्थ्य रह सके। इन कार्यक्रमों में बार-बार चेतावनी देने के बावजूद भी सुधार न आने तथा बच्चों के टीकाकरण/स्वास्थ्य देखभाल का कोई आकंडा न रखे जाने पर गम्भीर रूख अख्तियार करते हुए उप मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 उदय नाथ, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओमकार राणा, जिला कार्यक्रम अधिकारी, समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारियों के साथ ही समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारियों का अग्रिम आदेशों तक वेतन रोकने का आदेश हुआ है। उक्त कार्यवायी कलेक्ट्रेट सभागार मे राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा करने के दौरान जिलाधिकारी दीपक मीणा ने की है। उन्होने जोर देते हुए कहा कि अब बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण पर फर्जी आकंडे बाजी नही चलने दी जायेगी औचक निरीक्षणों के दौरान यदि यह तथ्य प्रकाश में आया कि बच्चे का स्वास्थ्य परीक्षण नही हुआ है लेकिन उसे कागजों में उपचारित किया गया है तो निश्चित ही जिम्मेदारों के विरूद्ध और कठोर कार्यवायी होगी। उन्होने कहा कि इस जनपद में नवजात शिशु एवं मातृ मृत्यु दर अधिक है जो पहले से ही चिन्ता का विषय है इसलिए अब बच्चों के स्वास्थ्य कार्यक्रमों को लोगों को गम्भीरता से लेना होगा और हर विद्यालय एवं आगंनवाडी केन्द्रों में अध्ययनरत बच्चों का शत-प्रतिशत स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हे स्वस्थ्य रखना होगा। यदि टीमों द्वारा स्कूलों में भ्रमण के दौरान कोई विद्यालय/आगंनवाडी केन्द्र बन्द पाया गया तो उसका ब्योरा भी रख कर रिपोर्ट प्रेषित किया जाए ताकि सम्बन्धित विद्यालय के विरूद्ध भी कार्यवायी की जा सके। उन्होने कहा कि अब टीकाकरण का सम्बन्धित विभागीय अधिकारी पूरा ब्योरा रखेगा नही तो कार्यवायी होगी। इस दौरान जिलाधिकारी ने पल्स पोलियो डे से लेकर हाउस टू हाउस पोलियो दवा पिलाने की समीक्षा की जिस पर भी उन्होने सिरसिया और गिलौला में शत-प्रतिशत बच्चों को दवा न पिलाने पर वंहा के प्रभारी चिकित्साधिकारियों को फटकार लगाई तथा ढंग से कार्य करने की नसीहत दी इसके अलावा उन्होने यह भी कहा कि जिले के ईट भठ्ठो पर मजदूरी करने वाले परिवारों के बच्चों को भी शत-प्रतिशत दवा पिलाई जानी चाहिए यह प्रत्येक दशा में सुनिश्चित रखा जाए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अवनीश राय, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 वी0के0 सिंह, ए0सी0एम0ओ0 डा0 मुकेश मातन हेलिया, डा0 एम0ए0 खान सहित प्रभारी चिकित्साधिकारीगण सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।

About Hindustan Headlines

Check Also

लखीमपुर हिंसा केस का मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा क्राइम ब्रांच के सामने पेश

लखीमपुर हिंसा केस का मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा क्राइम ब्रांच के सामने पेश

रिपोर्ट : सलिल यादव लखीमपुर हिंसा केस के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा जांच एजेंसी के …

कानपुर : बाहुबली अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी देंगे टिकट कानपुर से लड़ेंगी चुनाव

कानपुर : बाहुबली अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी देंगे टिकट कानपुर से लड़ेंगी चुनाव

रिपोर्ट : सलिल यादव   पूर्व सांसद अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन कानपुर से …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *