तौक़ीर रज़ा की रिपोर्ट :
कटिहार : सरकार एक ओर स्कूल में पढ़ रहे बच्चों को भवन मुहैया करा रही है तो वहीँ दूसरी ओर हेडमास्टर के जरिये भवन निर्माण नहीं करा कर सरकारी राशि की बन्दर बाँट करने में लगे हुए हैं। ऐसा ही एक मामला बरारी प्रखण्ड अन्तर्गत सकरेली पंचायत के प्राथमिक विद्यालय टोंगा का प्रकाश में आया है। यहां वर्तमान हेडमास्टर दिनेश प्रसाद यादव हैं। यह 2007से इस स्कूल में हेडमास्टर के पद पर कार्यरत हैं। मिली जानकारी के अनुसार इनको नया भवन 2008 में प्राप्त हुआ था जो हाल ही में पूर्ण किया है। वह भी दीवार में प्लास्टर नहीं करवा कर सिर्फ रंगाई करवा दिया है। फिर फर्श भी क्रेक कर चुका है। फिर इनको 2011,2012में नया भवन निर्माण की राशि प्राप्त हुई। उस राशि को निकासी कर अपने जरूरत के कार्य में खर्च कर चुके हैं।
स्थानीय लोगों ने अपना नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि यह हेडमास्टर सरकारी भवन निर्माण का लाखों रुपए निकासी कर बन्दर बाँट कर लिया है और शिक्षा विभाग के अधिकारी कान में तेल डाल कर चैन की नींद सो रहे हैं। वहीँ स्थानीय लोगों ने बताया कि हम लोग भवन निर्माण को लेकर कई बार हेडमास्टर को बोल रहे हैं,मगर कई साल से यह टल्ली दे रहे हैं। एक महीने के बाद चालू करेंगे। दो महीने के बाद चालू करेंगे। इस तरह से कई साल बीता दिए मगर अब तक भवन निर्माण नहीं कर रहे हैं। हेडमास्टर के जरिये हमेशा पल्ला झाड़ लिया जाता है सरकारी राशि का उठाव कर बन्दर बाँट कर लिया गया है।
गौरतलब है कि अगर इन स्कूल में बच्चों की उपस्तिथि की बात करें तो एक बजे मात्र 30 बच्चे मौजूद थे। वहीँ हेडमास्टर के द्वारा 61 बच्चे की हाज़िरी बनाई गई थी। इस तरह से फर्जी हाज़िरी बना कर हेडमास्टर मध्यान भोजन राशि की भी बंदरबांट करते हैं। आगे यह भी बता दें कि इन स्कूल में रसोई गैस मौजूद रहते हुए चूल्हा से मध्यान भोजन बनाया जाता है। इतने सारे अनियमिता के बावजूद भी अधिकारी मौन धारण किये हुए हैं।
स्थानीय लोगों ने पत्रकारों को यह भी बताया कि अगर शिक्षा विभाग के अधिकारी अविलम्ब कार्यवाई नहीं करते हैं तो हम ग्रामीण राज्य सरकार को चिट्ठी लिखकर कार्यवाई की मांग करेंगे। वहीँ उक्त मामले को लेकर सर्व शिक्षा अभियान के जिला प्रोग्राम पदाधिकारी ने बताया कि अभी मेरे संज्ञान में यह मामला आया है, अविलम्ब जांचों के उपरांत कार्यवाई होगी।