संतोष शर्मा की रिपोर्ट :
बलिया : उत्तर प्रदेश फर्जी एनकंाउटर का प्रयोगशाला बन गया है। प्रदेश की पुलिस इस लैब में आयेदिन मनमुताबिक प्रयोग कर रही है। उक्त बातें बलिया प्रवास के दौरान रविवार को नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने अपने आवास पर कही।
उन्होंने कहा है कि योगी और मोदी जी को परिवार न होने के कारण परिवार के दर्द को समझने में अक्षम बताया। इन दोनों के पास कोई बेटा या बेटी होती तब तो ये दुख दर्द समझते। गत दिवस लखनऊ में एक मल्टीनेशनल कंपनी के एजीएम को पुलिस द्वारा गोली मारकर की गई हत्या के परिपेक्ष्य में कही। चौधरी ने विवेक तिवारी हत्याकांड की घोर निंदा करते हुए कहा कि यह सीएम योगी की पुलिस को दी गयी छूट का नतीजा है। जब सीएम ही पुलिस पर दबाव बनाये और कहे कि जो बात न माने तो ठोक दो तो विवेक तिवारी जैसे हत्याकांड तो होंगें ही।
क्या इस कांड की सीबीआई जांच करायी जानी चाहिये ? के सवाल का जबाब देते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इसमें सीबीआई जांच की क्या आवश्यकता है। यह तो खुली किताब की तरह साफ केस है, यह एक सोची समझी नियत से की गयी हत्या है। चौधरी ने पुलिस द्वारा जारी बयान, जिसमें कहा गया है कि विवेक तिवारी और उनकी महिला मित्र आपत्तिजनक स्थिति में देखे गये थे और गाड़ी रोकने का इशारा करने पर नही रुके थे, का विरोध करते हुए कहा कि अगर आपत्तिजनक परिस्थिति में दिखे थे तो गिरफ्तार किये जा सकते थे, गोली क्यो मारी गयी?
क्या सीएम को पीड़ित परिवार के घर जाना चाहिये ? के जबाब में कहा कि निश्चित तौर पर जाना चाहिये। चौधरी ने पीड़ित परिवार को 20 करोड़ का मुआवजा और एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की। चौधरी ने कहा कि योगी राज में प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है, पुलिस बेलगाम हो चुकी है। योगी सरकार हर मामले में पूरी तरह से फेल है।
क्या आप विवेक तिवारी हत्याकांड के लिये सीएम योगी से त्यागपत्र मांगेंगे ? का जबाब देते हुए कहा कि मैं ऐसी कोई भी मांग करके अपनी जुबान खाली नहीं करूँगा क्योंकि सीएम तो इस्तीफा देने से रहे। हां मैं इस हत्याकांड की घोर निंदा करते हुए एसएसपी समेत अन्य पुलिस अधिकारियों पर भी मुकदमा चलाने की मांग करता हूँ।