सतेंद्र पाठक की रिपोर्ट :
बेतिया : प0 चम्पारण में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के जिला इकाई द्वारा शहर के जोली ग्राउंड होटल में बीते रात 8:00 बजे से एलर्जी विषय पर एक संगोष्ठी आयोजित की गई, जिसमें एलर्जी विषय के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। मुख्य वक्ता के रूप में बिहार के जाने-माने एलर्जी विशेषज्ञ डॉक्टर विवेक कुमार को बुलाया गया था। यह जानकारी आईएमए जिला मीडिया प्रभारी सा हड्डी जोड़ एवं नस रोग विशेषज्ञ डॉक्टर उमेश कुमार ने दी।
डॉक्टर विवेक कुमार ने बताया कि किसी प्रकार की एलर्जी से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली बाहर पदार्थ के प्रति असामान्य रूप से प्रतिक्रिया करती है, जैसे ड्रग एलर्जी, खाद्य एलर्जी, स्वास एलर्जी, एलर्जी अस्थमा, एलर्जिक शॉक, त्वचा एलर्जी। इनमें से एलर्जी अस्थमा में फेफड़ों एवं सांस नली मुख्य रूप से प्रभावित होती है, जिससे घरघराहट एवं सांस लेने में कठिनाइयां जैसे लक्षण उभर सकते हैं। अब दमा के मरीजों के लिए टीके भी विकसित हो गए हैं, जिसको लेने से एलर्जी अस्थामा नहीं होगी।
आईएमए जिला सचिव डॉक्टर प्रमोद तिवारी ने बताया कि वायु प्रदूषण से एलर्जी के मरीज की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। घर से बाहर निकलते समय मास्क का उपयोग करें, तो बहुत हद तक स्वास्थ्य संबंधी बीमारी से बचा जा सकता है। आईएमए जिला अध्यक्ष डॉक्टर महाश्रय सिंह ने बताया कि बच्चों में एलर्जी का अस्थमा भी अब आम बात हो गई है। इसमें बच्चों को सांस लेने में कठिनाई या नाक जाम होना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं एलर्जी का अस्थमा के लक्षण खांसी, सांस में घरघराहट, जल्दी-जल्दी सांस लेना, छाती से जकड़न महसूस होना, आदि हैं। घर मे खिड़की बंद रखे, धूलकण प्रदूषण से बचाव, पालतू जानवर से दूर रहें, कमरे को आद्रता की मान्यता में रखें, बाथरूम एवं घर की साफ सफाई रखें, तो इनसे बचा जा सकता है।
इस मौके पर डॉक्टर दिनेश राय, डॉक्टर राजीव, डॉक्टर एस के दुबे, डॉक्टर विजय मंगल देव, डॉक्टर संजय, डॉक्टर सौरव, डॉक्टर अंजनी, डॉक्टर रामेश्वर प्रसाद, डॉक्टर रमेश चंद्रा, डॉक्टर इश्तियाक रूल, डॉक्टर की जमा, डॉक्टर दिवाकर डॉक्टर दिलीप डॉक्टर उपेंद्र, डॉक्टर नासिर अली खान, डॉक्टर सुधा चंद्रा, डॉक्टर शिल्पी, डॉक्टर संतोष, डॉक्टर रूबी सहित जिला के कई डॉक्टर उपस्थित रहे।