चन्द्रिका भास्कर की रिपोर्ट :
सारंगढ़ (छत्तीसगढ़) : सारंगढ के जेल प्रहरी संतोष वर्मा और जितेंद्र ऊंईके के द्वारा शराब के नशे में स्थानीय गढ चौक में आइसक्रीम ठेले वाले के साथ मारपीट किया। वही वहां तोड़फोड भी किए। इसी बीच युवा भाजपा नेता जसविंदर उर्फ सोनू छाबड़ा अपने प्रतिष्ठान में जो कि स्थानीय बस स्टैंड परिसर में है, से टिफिन लेकर अपने रानीसागर स्थित घर जा रहे थे तब दोनों जेल प्रहरियों द्वारा आइसक्रीम दुकान तोड़फोड़ करते करते कुर्सी उठा कर रोड की तरफ फेंक दिया। यह कुर्सी सोनू छाबड़ा की गाड़ी में जाकर लगी। तब सोनू छाबड़ा गाड़ी से उतरकर उन लोगों से कहा भैया आप लोग ऐसा क्यों कर रहे हो ? इतने में दोनों प्रहरी सोनू छाबड़ा के साथ मारपीट करने लगे एवं सिख समाज की शान और सम्मान उनकी दाढ़ी को नोच दिए।
इस दौरान सोनू छाबड़ा दाढ़ी के बाल उखड़ गए। इस बात की जानकारी मिलने पर सोनू का भाई पिंटू छाबड़ा घनश्याम मनहर अरूण मालाकार शुभम बाजपेई बबलू बहिदार बसंत शर्मा बरत राम साहू कूलदीप आहूजा डब्बू केडिया एवं सोनू छाबड़ा के पिता ने थाने में लिखित शिकायत की। मामले की जानकारी मिलने पर डीआईजी जेल प्रशासन द्वारा दोनों प्रहरियों को तत्काल निलंबित कर दिया गया है एवं जेलर को शोकाज नोटिस भी जारी किया गया है।
आज की इस घटना में सारंगढ के पूरे सिख समाज एवं उनके साथ सारंगढ के बहुत सारे प्रतिष्ठित लोग थाने में जमा हो गए थे। जेल प्रहरी नशे में इतना धुत था कि थाने के अंदर में भी पुलिस वालों से एवं लोगों से बदतमीजी पूर्ण बात करते रहे। मामला यहां तक पहुंच गया था कि वहां पर जमा लोग उन प्रहरियों को मारने के लिए थाने के अंदर घुस गए थे। पुलिस द्वारा बाद में लोगों को शांत कराया गया।