वाराणसी योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के प्रयासों से प्रदेश के विभिन्न बाढ़ प्रभावित जिलों से चयनित आपदा मित्रों का प्रशिक्षण वाराणसी एनडीआरएफ में चल रहा है | इसी क्रम में पांचवें बैच के रूप में जिला बलिया के 50 आपदा मित्रों ने दो सप्ताह का आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण पूर्ण कर लिया है | इसके साथ ही ये आपदा मित्र प्रशिक्षित होकर जिलों में छोटी-छोटी आपदा प्रबंधन इकाइयों का निर्माण करेंगे, जिनमें आम नागरिकों को शामिल किया जायेगा | इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत मार्च 2018 से की गयी थी जिनमें अब तक पांच बैचों के अंतर्गत जिला गोरखपुर और बलिया के कुल 205 आपदा मित्रों का प्रशिक्षण पूर्ण किया जा चुका है | प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत ये आपदा मित्र जिले के विभिन्न स्थानों पर तैनात रहकर डिजास्टर मैनेजमेंट कम्युनिटी का निर्माण करेंगे, जनसामान्य को प्रशिक्षित करेंगे और साथ ही विभिन्न संक्रामक बीमारियों से बचने के तरीकों के बारे में भी लोगों को जानकारी देंगे | आपदा मित्रों द्वारा बनायीं गयी डिजास्टर मैनेजमेंट कम्युनिटी किसी भी आपदा के आने पर त्वरित सचेत होकर राहत एवं बचाव कार्य में जुट जाएगी |
पिछले वर्ष आई भीषण बाढ़ को संज्ञान में लेते हुए राज्य सरकार ने यह निष्कर्ष निकाला कि ज़मीनी स्तर पर जनसामान्य का आपदा प्रबंधन में प्रशिक्षित होना अत्यंत आवश्यक है जिससे होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है और इसी तर्ज़ पर आपदा मित्रों का गठन किया गया |
एनडीआरएफ द्वारा इन आपदा मित्रों को बाढ़ व अन्य आपदाओं से पहले, दौरान और उसके बाद किये जाने वाले उपायों के बारे में प्रशिक्षण दिया जा चुका है | इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में इन्हें वाटर रेस्क्यू तकनीक, इम्प्रोवाइज्ड फ्लोटिंग एड्स जैसे ड्रम की नाव बनाना, तारपोलिन और घास बेड़ा, बैरल बेड़ा, बम्बू बेड़ा, केले के तने की नाव बनाना, खाली डिब्बों व खाली बोतलों को तैरने में सहायक बनाना , बाढ़ से पहले की तैयारी, विभिन्न शारीरिक चोटों में प्राथमिक उपचार, घायल व्यक्ति को ले जाने हेतु तुरंत प्राप्त वस्तुओं से स्ट्रेचर तैयार करना, रस्सी का बचाव कार्य में उपयोग और भूकंप या ध्वस्त ईमारत व अन्य आपदाओं में किये जाने वाले सुरक्षा उपायों के बारे में जानकारी दी गयी है | इसके अतिरिक्त इन्हें सांप या कुत्ते के काटने पर प्राथमिक उपचार और आपदा के उपरांत फैलने वाली संक्रामक बीमारियों के प्राथमिक उपचार सम्बन्धी जानकारी भी दी गयी है |
आपदा मित्रों के पांचवें बैच के समापन समारोह में श्री आलोक कुमार सिंह, कमांडेंट एनडीआरएफ ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि “अब बाढ़ का समय निकट ही है अतः आप लोग आने वाली बाढ़ में प्रभावित जिलों में तैनात रहकर आपदा प्रबंधन का कार्य करेंगे और साथ ही एनडीआरएफ द्वारा सिखाई गयी राहत बचाव तकनीकों और प्राथमिक उपचार के ज्ञान के माध्यम से अब आप लोग बाढ़ प्रभावित लोगों की सहायता करने में सक्षम हो गए हैं | मानव सेवा करने का जो अवसर आप लोगों को प्राप्त हुआ है उसका लाभ उठायें और मैं आशा करता हूँ की आपमें से प्रत्येक यदि एक व्यक्ति की भी जान बचा लेता है तो वह मानव सेवा में सबसे बड़ा पुरस्कार है”।