संतोष कुमार शर्मा की रिपोर्ट :
बलिया : ग़ाज़ीपुर सदर कोतवाली थाना क्षेत्र में हमीद सेतु के पास मिले 12 वर्षीय बालक के शव की शिनाख्त बलिया जिले के सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के भाटी गांव निवासी राइस मिलर राकेश राय उर्फ रिंकू राय के पुत्र शशांक कुमार उर्फ मुन्ना राय के रूप में हुई है, जिसे अपहरणकर्ताओं ने मौत के घाट उतार डाला। बक्सर के सिमरी से अपहृत बच्चे के हत्या कर उसकी लाश गाजीपुर शहर कोतवाली के गंगा पुल के नीचे रेत पर फेंकी हुई मिली थी। किशोर की हाथ-पैर की हड्डियां टूटी थीं, पेट से आंत बाहर निकल आई थी। वह लाल रंग की टी शर्ट और नीचे आसमानी रंग का बरमुडा पहने था।
रविवार की शाम तक उड़ती उड़ती खबर परिजनों तक पहुंची, जिसके बाद वे गाजीपुर पहुंचे जहां शव की शिनाख्त की गई। घटना के बाद आक्रोशित परिजनों ने पुराना भोजपुर चौक जाम कर दिया है। उनका कहना है कि पुलिस की निष्क्रियता से घटना का उद्भेदन नहीं किया जा सका, वरना बच्चे की जान बचाई जा सकती थी। आक्रोशित लोगों ने कहा कि नए एसपी के कार्यकाल में बक्सर जिला पूरी तरह से अपराधियों का गढ़ बन चुका है। ऐसे में सरकार तत्काल एसपी को हटाने की कार्रवाई करे।
घटना की पुष्टि करते हुए डुमराँव एसडीपीओ के के सिंह ने बताया कि गाजीपुर में मिला शव उक्त बालक का ही है, जिस के विरोध में पुराना भोजपुर चौक जाम कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच रहे हैं। बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के भाटी गांव निवासी राइस मिलर राकेश राय उर्फ रिंकू राय के पुत्र शशांक कुमार उर्फ मुन्ना राय (12 वर्ष) का अपहरण उस वक्त कर लिया गया था, जब वह अपनी मां के साथ ननिहाल बक्सर जिले के सिमरी दुधीपट्टी के रहने वाले शेखर राय के घर आया था। शनिवार को उसका अपहरण उस वक्त कर लिया गया जब वह घर के बाहर बच्चों के साथ खेल रहा था। मामले की जांच करने एसपी स्वयं घटनास्थल पर पहुंचे थे। हालांकि मामले की तहकीकात ही कर रही थी, तब तक रविवार को यह दुखद समाचार प्राप्त हुआ। कोतवाल राजीव कुमार सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया शशांक की हत्या के पीछे जमीनी विवाद का कारण लगता है।