तौक़ीर रज़ा की रिपोर्ट :
कटिहार : कोढ़ा प्रखण्ड के बिनोदपुर गांव में करोड़ो रूपये खर्च कर बना अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन अब तक नहीं होने से स्थानीय ग्रामीणों ने कोढ़ा विधायक जिला प्रशासन का जम कर नारे बजी कर विरोध प्रदर्शन किया, इन लोगों की यह मांग है कि इतने साल बीत जाने के बाद भी यहां पर बना अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र का अब तक उद्घाटन नहीं हो सका है, जब की हमारे समाज में आए दिन बड़ी बड़ी बीमारी से कटिहार जिला अस्पताल नहीं पहुंचने से मौत हो जाती है, अभी हाल ही में दस लोगों की सांप काटने से मौत हो गई, अगर यह स्वास्थ्य केंद्र चालू रहता तो शायद ही लोगों की ज़िन्दगी बचाया जा सकता था।
गौरतलब है कि कोढ़ा प्रखण्ड अन्तर्गत विनोदपुर पंचायत के विनोदपुर गांव में करोड़ों रुपए खर्च कर बना अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र लोगों का शौचालय गाह बनता हुआ दिखाई दे रहा है।आप को बता दें कि आनन-फानन में यह स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कराकर सरकार के बड़ी राजस्व की क्षति हो रही है।
इस अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र ने स्वास्थ्य विभाग की पोल खोल कर रख दिया है। सरकार आम लोगों की स्वास्थ्य को लेकर बड़े-बड़े दावे तो कर रही है, मगर करोड़ो रूपए खर्च कर बना यह स्वास्थ्य केंद्र अपने बद किस्मती पर आँसू बहा रहे हैं।
लेकिन जब आला अधिकारी इस स्वास्थ्य केंद्र का भ्रमण करेंगे तो दंग रह जाएंगे कि यहां पर सरकार की शौचालय निर्माण अभियान की किस तरह से धज्जियाँ उड़ाई जा रही है। बच्चे बूढ़े इस खूबसूरत कमरे में जो टायल्स लगा हुआ है पुरे कमरे में किस तरह से शौच कर गंदगी फैला दिए हैं। बिजली का वायरिंग और सभी कमरे में लगा पंखा सब लूट पाट हो चूका है,और बड़ी हैरत की बात तो तब हो गई जब स्थानीय ग्रामीण ने बताया कि करोड़ों रुपए खर्च कर बना इस अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र का उदघाट्न तक नहीं किया गया है।
यह शौचालय में तब्दील के साथ साथ पशुओं के लिए चारागाह बन गया है। जबकी कटिहार से तीन बार रह चुके सांसद निखिल कुमार चौधरी का यह पैतृक गांव है। फिर भी यहां की यह स्तिथि है जिसे आप देख कर दंग रह जायेंगे। आखिर सरकार की इस बड़ी सम्पति को बर्बाद करने के पीछे किन रसूखदार का हाथ है यह बड़ा सवाल है। क्या कटिहार जिला प्रशासन इनका जिम्मेदार नहीं है।
तक़रीबन दो साल पहले बना यह अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र का क्यों नहीं अब तक उदघाट्न हो सका। इस करोड़ों रुपए का स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर और नर्स अब तक क्यों नहीं बहाल हो सके? स्वास्थ्य विभाग की पूरी तरह से पोल खोल कर रख दिया है यह केंद्र। और आपको बताते चलें कि डॉक्टर के लिए बना एक खूबसूरत भवन में यहां के एक स्थानीय परिवार अपना कब्जा किया हुआ है अपना पूरा परिवार इसी डॉक्टर के लिए बना भवन में दो वर्षों से रह रहा है। यह कह रहे हैं कि जब से इनका निर्माण हुआ है तभी से इनका देख रेख करने वाला कोई नहीं है चारों ओर गंदगी से भरा हुआ है।
इनका सभी कमरे में लगा पंखा भी चुरा लिया गया है, सभी कमरे में सिर्फ गन्दगी ही नजर आता है। सभी कमरे खुला हुआ था हम लोगों को रहने में काफी दिक़्क़त हो रही थी। इस लिए यहां आकर हम लोग गुजर बसर कर रहे हैं। और सब से दुःख की बात यह है इस अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में शाम होते ही असामाजिक तत्वों का जमावड़ा हो जाता है। जिले के आला अधिकारी से लेकर सरकार इस ओर ध्यान आकर्षित करें और इस अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र को चालू कर गरीबों को सेवा दिलवाने का कार्य करें।
गरीब परिवार जिसे झोला छाप आए दिन दोहन कर रहे हैं यह गरीबों का दोहन रुक सके। इस मामले को लेकर जब सिविल सर्जन मुर्तुजा अली से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह मामला हमारी जानकारी में नहीं है, जानकारी मिलने के बाद ही हम अपना कुछ बयान दे सकते हैं। आप सोच सकते हैं कि स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी किस तरह से अपना पल्ला झाड़ते नजर आते हैं, तो जिले में स्वास्थ्य विभाग की क्या हालात होगी इस से अंदाजा लगाया जा सकता है।