कोलकाता : पश्चिम बंगाल के राजनीति में जारी उथल-पुथल कम होने का नाम नहीं ले रही है। कभी वामपंथ के अस्तित्व को खत्म कर बंगाल में अपनी जड़ें ज़माने वाली टीएमसी आज खुद के अस्तित्व को बचाने के लिए जूझ रही है, जबकि बीजेपी की कोशिश बंगाल को भी भगवामय करने की है। टीएमसी के नेताओं का पाला बदलने का क्रम बदस्तूर जारी है, जिसे रोक पाने में सीएम ममता बनर्जी और टीएमसी के आला नताओं की कोशिश विफल साबित हो रही है।
कभी ममता बनर्जी के दाएं हाथ रहे मुकुल रॉय अभी बीजेपी में है और उसी टीएमसी के अस्तित्व का बंटाधार कर रहे हैं, जिसके जरिये उन्हें राजनीति में पहचान मिली थी। अब मुकुल रॉय ने दावा किया है कि बंगाल के 107 विधायक जल्द ही बीजेपी में शामिल होने वाले हैं। मुकुल रॉय के दावों में कितना दम है, ये तो वक्त आने पर ही पता चलेगा, लेकिन बीते कुछ समय से जिस तरह TMC के नेता एक-एक कर पार्टी का साथ छोड़ रहे हैं, ऐसे में उनके दावे को पूरी तरह से ख़ारिज नहीं किया जा सकता।
बहरहाल, मुकुल राय के दावे ने टीएमसी की नींद हराम कर दी है। एक तरफ जहाँ राज्य में बीजेपी लागातार अपना प्रभुत्व बढ़ा रही है, ऐसे में टीएमसी विधायकों का पाला बदलना किसी अशुभ संकेत से कम नहीं है। हाल ही में टीएमसी के कई विधायक, पार्षद और ने नेताओं ने बीजेपी का दामन थामा है। ऐसे में देखना ये होगा कि मुकुल राय के दावों में कितनी सच्चाई है।