जमीर अंसारी की रिपोर्ट
सोनभद्र। डाला नई बस्ती से पतेरा टोला पक्की सड़क में जोडऩे के लिए कराए जा रहे खड़जा निर्माण को ग्रामीणों ने गुरुवार को रोक दिया।खंड विकास अधिकारी के नाम ज्ञापन देकर आरोप लगाया कि खड़जा निर्माण पक्की सड़क के छोर से न कराकर आधे अधूरे रास्ते से किया जा रहा हैं।
चोपन विकास खंड के कोटा ग्राम पंचायत में डाला नई बस्ती से पतेरा टोला के संपर्क मार्ग पर खड़ंजा निर्माण कराया जाना है।जिसका विरोध कर रहे कोटा ग्राम पंचायत के डाला देहात आदिवासी ग्रामीणों में शामिल दिनेश कुमार गुप्ता, रामराज मंटू बैगा, बुल्लू, राजेश, रामदास, रामनाथ ने बताया की ग्राम पंचायत में क्षेत्र पंचायत सदस्य द्वारा सोहन शर्मा के घर से जिमदार बैगा के घर तक खड़जा निर्माण कराया जा रहा है।यह कार्य लगभग तीन सौ पचास मीटर होना है।उक्त कार्य क्षेत्र पंचायत सदस्य के कार्य के विरुद्ध है जबकि यह संपर्क मार्ग लगभग एक किलोमीटर का है।
उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व में इस मार्ग पर खड़ंजा निर्माण हो चुका है जिसे पूर्व ग्राम पंचायत सदस्य मंगल जायसवाल द्वारा तीन वर्ष पहले यह कहकर उखाड़ लिया गया की भविष्य में यह संपर्क मार्ग आरसीसी होगा। जनप्रतिनिधियों द्वारा हम ग्रामीणों की उपेक्षाएं की गई क्योंकि अभी तक उक्त मार्ग आरसीसी नहीं हुआ। अब क्षेत्र पंचायत सदस्य आनंदपाल द्वारा आधे हिस्से से ही खरंजा निर्माण कार्य प्रारंभ कराया जा रहा है जो गलत है जबकी कार्य करा रहे क्षेत्र पंचायत सदस्य से यह मांग की गई है की उक्त खड़जा निर्माण कार्य जंहा से उखाड़ा गया था वंहा से आरंभ कराया जाए।ग्रामीणों ने कहा की अगर पक्की सड़क से जोड़कर खडंजा निर्माण नहीं कराया गया तो हम सब उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। इस दौरान विजय कुमार यादव, रामविलास, छोटू, जिमेदार, प्रेम, रामकुमार, समोधिया, रामनिवासी, मंगल , धनराजी,विशनाथ, जगनारायण, रामकुमार, इंद्रबली ,पंचम,बंशी, बाबू लाल बैगा आदि मौजूद रहे।