चन्दौली : शहाबगंज विकास खंड के बरहुआ गांव स्थित एक परिसर में रविवार की दोपहर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर पूर्वांचल पोस्ट फाउण्डेशन उत्तर प्रदेश द्वारा आज की महिला सशक्त विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें कर्मयोगी वरिष्ठ चिकित्सक डा०गीता शुक्ला को फाउण्डेशन द्वारा स्मृति चिन्ह व अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया।
इस दौरान महिलाओं को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डा० गीता शुक्ला ने कहा कि जागरुकता से ही अपने अधिकारों को हासिल किया जा सकता है। महिला संघर्ष की मूर्ति है वह कभी नहीं थकती। अपने साथ दो-दो परिवारों को संभालते हुए समाज में अपना योगदान दे रही हैं। आज महिला अबला नहीं सबला हो गई हैं। हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही हैं।
महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध पर सरकार पूरी तरह से अंकुश लगाने में सफल नहीं हो पा रही है। आए दिन रेप व छेड़खानी की घटनाओं से मन दूखी होता है। बेटियों के कंथे पर पुलिस व सेना के स्टार दिखते हैं तो मन गौरवान्वित होता है। बेटियां कही जज तो कही डाक्टर से लेकर विधायक, सांसद, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, वैज्ञानिक बन रही है।
इसके साथ ही फाउण्डेशन के प्रबंधक प्रशांत कुमार ने कहा कि कर्म हमेशा से प्रधान होता रहा है। क्षेत्र में मां की भूमिका निभाते हुए डा. शुक्ला आज 72 वर्ष की उम्र में भी समाज व अपने कर्म के प्रति योगदान दे रही हैं। आज महिलाएं पुरुष के साथ कंथे से कंथा मिलाकर चल रही हैं।
पूर्वांचल पोस्ट फाउण्डेशन द्वारा क्षेत्र की कर्मयोगी वरिष्ठ चिकित्सक डा. शुक्ला को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान डा. पूनम, इंजीनियर मनोज, सावित्री सिंह बेबी, गीता देवी, लव, अमरदीप, विवेक जायसवाल, मनीष तिवारी, पूजा, रिया, चिलपी, संगीता, अनिता गुंजा, अर्चना, चंचल सरिता सहित दर्जनों महिलाएं मौजूद रही।