धीरज यादव की रिपोर्ट
इन्हौना अमेठी -सरकार जहाँ वृक्षारोपण के लिए लाखों रुपये खर्च कर रही वही हरे पेड़ों की कटान जोरों पर की जा रही है पुलिस व वन विभाग की मिली भगत से हरे पेड़ों को धड़ल्ले से काटा जा रहा है विभागीय अधिकारियों ने नाम मात्र को जुर्माने की रसीद काटकर इतिश्री कर लेती है l ताजा मामला जनपद के थाना शिवरतनगंज के सेमरौता का है जहां खुलेआम प्रतिबंधित नीम का पेड़ कट कर पुलिस व वन विभाग की करतूतों की पोल खोल रहा है क्षेत्रीय ठेकेदार।सूत्रों की मानें तो प्रतिबंधित पेडों के काटने के लिए पुलिस व वनविभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों लम्बी रकम वसूल करते हैं।जिस कारण क्षेत्र में खुले आम हरियाली का कत्ल किया जाता है।और अधिकारी मूक दर्शक बने रहते हैं।वहीं दूसरा मामला जगदीशपुर कोतवाली क्षेत्र के अल्मापुर के निकट नहर के पास आम के चार हरे पेड़ काटे गए जहाँ सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए वृक्षारोपण करवा रहे है वहीँ पुलिस व वन विभाग की मिली भगत से प्रतिबंधित हरे पेड़ों को कटवाने में जुटे हैं लकड़ी ठेकेदारों द्वारा रातों रात प्रतिबंधित हरे पेड़ों को काटा जा रहा है शिकायत के बाद नाम मात्र के लिए जुर्माने की रसीद थमा दी जाती है उसके एवज में मोटी रकम मिल जाती है लकड़ी कटान के सम्बन्ध में डीएफओ अमेठी ने बताया कि हरे पेड़ों की कटान पर पूरी तरह प्रतिबन्ध लगा है शिकायत मिलने पर कार्यवाही की जाती है लेकिन स्थानीय पुलिस का सहयोग न मिलने के कारण लकड़ी कटान पर पूरी तरह प्रतिबन्ध नहीं लग पा रहा है l पुलिस अधीक्षक अमेठी अनुराग आर्य ने बताया कि लकड़ी कटान पर पूरी तरह से प्रतिबन्ध लगा है अगर प्रतिबंधित हरे पेड़ों को काटा जा रहा है तो उसमें लिप्त पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी l