चोलापुर के आयर का मामला‚ भुक्तभागी ने दी लिखित तहरीर
नागेन्द्र यादव
वाराणसी । गॉव की भोली भाली जनता स्वर्ण की पहचान न होने से आभूषण विक्रेता ग्राहाकों को नकली माल देने में कत्तई नही हिचक रहे है। उन्हे किसी का कोई डर नही है। ऐसे ही नकली आभूषण बेचने का मामला चोलापुर थाने पहुॅचा। आयर निवासी भुक्तभागी मंजू देवी ने अपनी बेटी की शादी में दो लाख रूपये का आभूषण राहुल उर्फ साेनू सेठ से खरीदा। कुछ ही दिनों में जब रंग उडने लगा तो उसकी शिकायत राहुल सेठ से की। बदलने की बात कह कर सोने की बाली एवं झुमका ले गया लेकिन वापस नही कियां। यह कहते हुए धमकी देने लगा कि तुमको बिल नही दिया तुम मेरा कुछ नही कर पाओगी।
शक होने पर मंजू देवी ने अन्य आभूषणों को चेक कराया तो सब में 50 से 58 प्रतिशत सोना और चांदी के आभूषण में महज 45 प्रतिशत ही पाया गया। आभूषण की मिलावटी की जानकारी होने पर भुक्तभोगी के पैरों तले जमीन ही खिसक गयी। दो जुलाई 2018 को मंजू देवी ने राहुल सेठ को लिगल नोटिल भेजी। तो नोटिस से बौखलाआ सोनू एवं उसके पिता विजय ऊर्फ नन्हे सेठ मंजू के घर जाकर दबंगयी के साथ गाली देते हुए जान से मारने की धमकी दी। भुक्तभाेगी मंजू देवी के अनुसार झुमका‚ तीन अंगुठी‚ एक जोडी झाली‚ पाॅच जोडी बाली‚ एक चेन‚ दो मंगलसूत्र सोने की एवं सात जोडी पायल‚ छडा कमरबंद‚ मीना सभी चांदी की कीमत दो लाख रूपये की खरीदारी की थी। बेटी की ससुराल से शिकायत मिलने पर भुक्तभोगी अपने आप को अपमानित महसूस कर रही है।
अक्सर ये देखा जाता है कि गॉव के लाेग आभूषण खरीद कर रख देते है। यदा कदा किसी खास अवसर पर पहनते है। इसलिए असली नगली की पहचान नही हो पाती इसी का लाभ उठाकर आभूषण विक्रेता बेखौफ मिलावटी सामान बेच रहे है।नकली से बचने के लए लोग अपने परिचित के यहॉ से ही खरीदना चाहते है। सम्पर्की होने के नाते बिल मागने पर कह देता है कि जब जरूरत होई तब ले लेहा हम हई न। मंजू देवी ने चोलापुर थाने पर लिखित तहरीर देते हुए मुकदमा पंजीकृत कर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की।