राजू शर्मा की रिपोर्ट
मझौलिया (पश्चिमी चंपारण) : बीआर सी मझौलिया में दो समूहों में वर्ग तीन से लेकर पांच कक्षा तक के गुरू जी भाषा समझ का गुण सीख रहे है।दो समूहों में कुल 80 शिक्षक भाषा प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है।प्रशिक्षक सह सीआर सी सी अनिल कुमार सिंह ने यह जानकारी दी।उन्होंने बताया कि पढ़ने और लिखने के पूर्व शिक्षकों को बच्चो की भाषा पर पकड़ होनी चाहिये।बच्चो के साथ संग मिलू बने।बच्चों में यह बात घर कर जानी चाहिये कि शिक्षक उसके हितैषी है।
बताते चले कि पांच दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण में बखरिया कन्या, लालसरैया और बरवां के चालीस शिक्षक हिंदी का प्रशिक्षण , नानोसती और पारसा बहुअरवा के चालिस शिक्षक गणित भाषा का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है।प्रशिक्षको में राजेंद्र प्रसाद, मधुसूदन सिंह, रमाशंकर सिंह, देवानंद प्रसाद आदि शामिल है। प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे शिक्षक राकेश कुशवाहा बताते है कि उचित ध्वनि और संकेतों को पहचानते हुए बोलना ही पढ़ना कहलाता है।
बहरहाल शिक्षकों में रंजना कुमारी,प्रीती लता कुमारी राजन कुशवाहा, नीरज श्रीवास्तव, जटाशंकर प्रसाद, राकेश कुमार कृष्ण कुमार निराला, बीरेन्द्र कुमार प्रशिक्षण प्राप्त कर उत्साहित नजर आये।आगामी 19 जनवरी को प्रशिक्षण का समापन होगा।