सर्वेश कुमार की रिपोर्ट :
संभल : यूपी के संभल में एसडीएम और वकीलों के बीच जम कर भिड़ंत हो गई, जिसके बाद वकीलों ने कार्यालय में तालाबंदी कर दी वकीलों के हंगामी को देख एसडीएम अपने चेंबर में कैद हो गए। आपको बता दें कि भ्रष्टाचार और मनमानी के गंभीर आरोपों में घिरे एसडीएम ने करीब 3 घंटे चले हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद सार्वजनिक रूप से वकीलों से माफी मांगी तब कहीं जाकर धरने पर बैठे अधिवक्ता राजी हुए।
आपको बता दें कि लगभग छह माह पूर्व ओमवीर सिंह गुन्नौर तहसील के एसडीएम बनाकर भेजे गए थे। कुछ समय तो उन्हें समझने मे ही लग गया फिर धीरे-धीरे अधिवक्ताओं के काम लंबित होते चले गए। वादकारी बार बार आकर वापस लौट जाते। यहां तक कि निरोधात्मक कार्यवाही पर एसडीएम द्वारा आरोपी को जेल नहीं भेजा जा रहा था। ऐसे ना जाने कितने मामले सामने आने के बाद आज गुन्नौर के अधिवक्ता एक मत होकर एसडीएम के खिलाफ मोर्चा खोलने को लामबंद हो गए।
एसडीएम हाय हाय और वापस जाओ के नारों के साथ आक्रोषित अधिवक्ताओं ने तहसील में तालाबंदी कर दी और यहां से नारे लगाते हुए सीधे एसडीएम के कार्यालय तक पहुंच गए। उस समय ओमवीर सिंह अपने कार्यालय मे बैठे थे अधिवक्ताओं के आक्रोष देख वह अपने कक्ष मे ही कैद होकर रह गए। बाहर वकील नारेबाजी करते रहे और एसडीएम अंदर ही जमे रहे।
वकीलों का आरोप था कि वादकारी जब प्रार्थना पत्र लेकर जाता है तो कार्यालय मे बाबू उनसे अवैध उगाही करते है और एसडीएम सब कुछ जानकर अंजान बने रहते है। करीब 3 घंटे पर चले इस हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद मौके पर पुलिस बल पहुंच गया। किसी तरह एसडीएम को बाहर निकाला गया और दोनों पक्षों के बीच लंबी वार्ता चली। बाद में एसडीएम को धरने पर बैठे अधिवक्ताओं से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगी पड़ी, जिसके बाद धरने पर बैठे अधिवक्ता राजी हुए और अपने काम पर लौटे।