सर्वेश कुमार की रिपोर्ट :
संभल : आए दिन देश के विभिन्न हिस्सों से जातीय संघर्ष की ख़बरें सामने आती रहती है, लेकिन संभल में दो समुदायों के लोगों ने मिलकर कौमी एकता की अनूठी मिसाल पेश की है, जो देश भर के लिए नज़ीर बन गया है। जी हाँ, संभल में मुस्लिम समुदाय के व्यक्ति ने नंगे पैर चलकर गौ मुख गंगा से जल लाकर शिव का गंगाजल से अभिषेक किया। कौमी एकता और समाज में सुख शांति के लिए उसने जलाभिषेक किया।
जिस तरह लोग कौम के नाम पर आपस में दंगे फसाद करते हे और राजनीतिक पार्टियाँ दंगो की आड़ में अपना नाम कामने का काम करती है, उससे उलट संभल के बीरपुर निवासी रियासत ने समाज में कौमी एकता की एक अनोखी मिसाल कायम की है। जहाँ श्रावण मास में शिव भक्त हिन्दू धर्म के लोग शिव भगवान का जल अभिषेक करते है और दूर-दूर से नंगे पैर चल कर गंगा से जल भर कर शिव का जलाभिषेक करते है, वही रियासत की शिव भक्ति देखने को मिली है।
मुस्लिम समुदाय से होने के बाद भी रियासत 20 सालों से संभल के गुन्नौर तहसील के साधुमड़ी आश्रम में बने शिव मंदिर में आकर शिव की पूजा करते हैं। इस बार रियासत ने गौ मुख गंगा जाकर गंगा में स्नान करके जल अपने कंधे पर रख नंगे पैर अपने शिव भक्तों के साथ बम भोले के जय जय कार करते हुए संभल के साधुमड़ी आश्रम पर बने शिव मंदिर पहुंच कर शिव का जल अभिषेक कर हिन्दू मुस्लिम की कौमी एकता की मिसाल कायम की। उसने भगवान् शिव से समाज में सुख समृद्धि की मंगल कामना की।