लखनऊ : मोदी सरकार की नीतियों और कामकाज को लेकर नाराज़गी प्रकट करते हुए बीजेपी से इस्तीफ़ा देने वाली महिला सांसद सावित्री बाई फुले महागठबंधन में शामिल होने की अटकलें तेज़ हो गई है। सपा-बसपा के बीच हुई गठबंधन के बाद जहाँ यूपी में बीजेपी के लिए 2014 का करिश्मा दुहराना मुश्किल लग रहा है, ऐसे में बीजेपी से अलग होने के बाद सावित्री बाई फुले महागठबंधन में शामिल हो सकती है।
सूत्रों के अनुसार, सांसद सावित्री बाई फुले बहराइच से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहती हैं और इसी कोशिश में उन्होंने गुरुवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की। बीजेपी से इस्तीफा देने के बाद से वे कई बार सपा अध्यक्ष से मुलाकात कर चुकी हैं। हालांकि सावित्री बाई फुले का कहना है कि वे टिकट की मांग नहीं कर रही हैं, लेकिन अटकलें लगाई जा रही हैं कि बहराइच के सपा के टिकट पर वे चुनाव लड़ने की कोशिश में हैं।
सावित्री बाई फुले ने महागठबंधन में शामिल होने के सवाल पर कहा कि इसकी चर्चा काफी पहले से थी लेकिन वे सपा में शामिल नहीं होंगी। सावित्री बाई फुले ने इसके पहले कहा था कि भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए वे किसी भी हद तक जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव से मुलाकात के दौरान बीजेपी के अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग विरोधी फैसलों पर बात हुई।