सोनू सिंह की रिपोर्ट :
आगरा : आगरा में 18 दिसंबर मंगलवार को आगरा के मलपुरा के गांव लालऊ निवासी अशर्फी देवी छिदृदी सिंह इंटर कॉलेज की 10 वीं की छात्रा संजलि दोपहर एक बजे स्कूल से सहेलियों के साथ घर के लिए निकली थी। वह मिठाई की दुकान पर समोसे लेने के लिए रुक गई थी। उसकी सहेलियां आगे निकल गईं, कुछ दूरी पर जाकर साइकिल से जा रही संजलि पर पेट्रोल डालने के बाद आग लगा दी थी, आग की लपटों से घिरी संजलि जान बचाने के लिए चीख रही थी, इसी दौरान स्प्रिंगडेल पब्लिक स्कूल के बच्चों को छोडकर बस लेकर ड्राइवर मुकेश लौट रहा था। उसने बस में रखे फायर एक्सटयूनगूसर से आग बुझाई। गंभीर हालत में एसएन में भर्ती किया गया था। यहां से दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में भर्ती करा दिया, वहां 19 दिसंबर की रात को संजलि की मौत हो गई थी।
एक तरफा प्यार संजली की मौत के छह घंटे बाद तयेरे भाई योगेश ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी, पुलिस को उसके घर से लव लैटर मिला था, यह लैटर संजली के लिए लिखा गया था, उसके मोबाइल से संजली को की गई वाटस एप चैट भी मिली थी, बीएड कर रहा योगेश रिश्ते की बहन संजली से एक तरफा प्यार करता था, उसे साइकिल खरीद कर दी थी, लेकिन संजली इसका विरोध करती थी।
पुलिस ने योगेश के मामा के बेटे विजय और उसके रिश्तेदार आकाश को अरेस्ट किया था। इनकी निशानदेही पर वारदात में इस्तेमाल की गई काले रंग की पैशन प्रो और अपाचे बाइक भी जब्त कर ली थी। योगेश ने संजली को जिंदा जलाने की साजिश रची थी। वह अपने दोस्त की अपाचे बाइक से पीछे चल रहा था। और आगे बाइक पर विजय और आकाश थे। तीनों ने हेलमेट पहन रखा था, विजय ने उससे बात की और अपाचे बाइक से पीछे पीछे चल रहे योगेश ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी।