ज़मीर अंसारी की रिपोर्ट :
सोनभद्र : सारनाथ में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार में बीजपुर रिहंद के पीआरओ मिथिलेश कुमार श्रीवास्तव को बुधवार को सम्मानित किया गया । महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया द्वारा 20 व 21 नवंबर को पालि एवं बौद्ध दर्शन पर सारनाथ में आयोजित पाँचवें अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार में रिहंद को पीआरओ मिथिलेश कुमार श्रीवास्तव ने बुद्ध एवं जनसंपर्क विषय पर व्याख्यान दिया ।
व्याख्यान के दौरान बौद्ध धर्म के प्रादुर्भाव के समय प्रचलित लोक भाषा पालि तथा तत्कालीन जनसंपर्क के माध्यमों एवं जनसंपर्क के वर्तमान परिवेश को मुख्य सदर्भ के रूप में रखा । सेमिनार के जनसंचार सत्र के मुख्य अतिथि एवं महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रोफेसर टी एन सिंह ने अपने संबोधन के दौरान बौद्ध दर्शन को युवा पीढ़ी के लिए आवश्यक बताया ।
उक्त सेमिनार में श्रीलंका के मुख्य संघ नायक पी धम्मरत्न थेरो, थाईलैंड के प्रोफेसर चार्ल्स विलमेन, कोलकाता के पी शिवाली थेरो, गया के किंशुक पाठक, नालंदा के प्रोफेसर उमाशंकर व्यास, सोनभद्र, वाराणसी, लखनऊ, दिल्ली आदि स्थानों से आमंत्रित डॉ0 परमात्मा मिश्र, प्रो0 अंगराज चौधरी, डॉ0 वसुंधरा मिश्रा, डॉ0 वंदना झा, मिथिलेश द्विवेदी, ओम प्रकाश त्रिपाठी, डॉ0 बेनी माधव आदि वक्ताओं ने व्याख्यान दिया ।
महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया के संयुक्त सचिव एवं भिक्षु प्रभारी डॉ0 मेदांकर थेरो ने श्री श्रीवास्तव को अंगवस्त्रम एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित भी किया । उक्त कार्यक्रम में महाबोधि सोसाइटी के उपाध्यक्ष प्रो0 आर एम पाठक, सम्मेलन के क्वार्डिनेटर एवं बी एच यू के प्रो0 बिमलेन्द्र कुमार, प्रो0 रमेश प्रसाद आदि उपस्थित रहे ।