नई दिल्ली : एक तरफ जहाँ कांग्रेस विपक्षी एकता के बलबूते बीजेपी को 2019 में परास्त करना चाहती है और राहुल को पीएम बनाना चाहती है, वहीँ विपक्षी पार्टियां लागातार उसे झटका दे रही है। इस बार पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कांग्रेस की उम्मीदों को तगड़ा झटका दिया है। ममता ने अपने बयान में राहुल की पीएम दावेदारी पर सवाल उठाये हैं।
ममता ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता उमर अब्दुल्ला के साथ मुलाकात की और कहा कि अगले लोकसभा चुनावों के लिए संभावित विपक्षी मोर्चा की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर किसी का भी नाम नहीं चुना जाना चाहिए। ममता ने कहा कि ऐसा करना भाजपा से लड़ने की क्षेत्रीय पार्टियों की एकजुटता को विभाजित कर देगा।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भाजपा विरोधी क्षेत्रीय पार्टियों को साथ आना चाहिए और उन्हें देश के फायदे के लिए बलिदान देना चाहिए। वहीँ अगले चुनावों में भाजपा के सामने विपक्षी एकता के सवाल पर उमर अब्दुल्ला ने कहा, बिना कांग्रेस कोई भी विपक्षी एकता कामयाब नहीं होगी। ममता बनर्जी के साथ बातचीत में भी हमने इस बात पर चर्चा की कि अगले चुनावों में हम किस तरह भाजपा से लड़ सकते हैं।