राकेश द्विवेदी की रिपोर्ट
संतकबीरनगर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव शैलेन्द्र यादव के दिशा-निर्देशन में संचालित परिवार कल्याण समिति ने किन्ही कारणो से अलग-अलग रह रहे दो दम्पत्तियो को विवादो को सुलझाते हुए दोनो दम्पत्तियो को पुनः एक कराया है तथा दोनो दम्पत्तियो से अपेक्षा की गई है भविष्य में छोटी-मोटी बातों को नजर अंदाज करते हुए परिवार की अन्य सदस्यो की खुशहाली एवं बच्चो के खुशी के लिए ऐसी समस्या न उत्पन्न हो जिससे घर में कल की स्थिति बने और समाज हंसने को तैयार रहे। उक्त के सम्बन्ध मेें जानकारी देते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव शैलेन्द्र यादव ने बताया कि जनपद में दीवानी कचहरी के एडीआर भवन में संचालित परिवार कल्याण समिति के अध्यक्ष आद्या शरण चैधरी (अवकाश प्राप्त अपर जिला जज), महिला सदस्या श्रीमती साधना श्रीवास्तव व श्रीमती रीतू जैन के प्रयास से दो दम्पत्ति पुनः एक साथ रहने के लिए तैयार हुए। उन्होने बताया कि कुशीनगर जनपद के कप्तानगंज थानाक्षेत्र की मटिया गांव निवासी मनोरमा पत्नी मोनू ने न्यायालय में परिवाद दाखिल कर कहा कि उनका विवाह लगभग 10 वर्ष पूर्व कोतवाली खलीलाबाद थानाक्षेत्र के मटिहना गांव निवासी मोनू पुत्र जगदीश के साथ हुआ था। पिता ने विवाह में सामर्थ्य अनुसार दान-दहेज भी दिया था। उसके तीन बच्चे भी हैं। ससुराल के लोगों द्वारा और दहेज की मांग की जाती रही। बीते 08 मार्च को पति सास-ससुर जेठ समेत अन्य ससुरालियों द्वारा रुपये एक लाख की मांग करते हुये मार-पीट कर घर से निकाल दिया गया। मुकामी थाने पर शिकायत करने पर कोई कार्रवाई नही हुई। अधिवक्ता रविभूषण पांडे के माध्यम से उन्होंने परिवाद दाखिल किया। न्यायालय में परिवाद दाखिल होकर मामला परिवार कल्याण समिति में स्थानान्तरित हुआ। इसी प्रकार दूसरा मामला गोरखपुर जनपद के सहजनवां थानाक्षेत्र के गाहासांड़ निवासी नीरमा देवी का था जिनका विवाद अपने पति सोनू से था बीते बारह मार्च को उनका विवाद हुआ था और ससुराल के लोगो ने मार पीट कर घर से निकाल दिया था तभी से वह अपने मैके मे रह रही थी इस मामले मे परिवाद कोर्ट मे दाखिल होकर एफ डब्लू सी को हस्थानान्तरित हुआ था जिलाअधिकारी सेवा प्रधिकरण के सचिव शैलेन्द्र यादव ने बताया की प्राधिकरण आम जनमानस के हितो की रक्षा के लिए निरंतर कार्य कर रहाँ है परिवार कल्याण समित द्वारा सुलह समझोते के कार्य विवादो को निपटाया जा रहा है ।