संतोष शर्मा की रिपोर्ट :
बलिया : भारत के दूसरे सबसे बड़े मेले के रूप में विख्यात बलिया जनपद के ऐतिहासिक ददरी मेला इन दिनों नगर पालिका चेयरमैन की तानाशाही का भेंट चढ़ता नजर आ रहा है। आलम यह है कि एक और जहां ददरी मेला के तहत आयोजित नंदी ग्राम पशु मेला में पशुओं की आवक समाप्त प्राय की ओर है तो वहीं दूसरी ओर चेयरमैन अजय कुमार समाजसेवी ने मेले को राजनीति का अखाड़ा बनाते हुए मीना बाजार के लिए आयोजित भूमि पूजन के कार्यक्रम के निमंत्रण पत्र से भाजपा के सदर विधायक आनंद स्वरूप शुक्ला को सीधे बाहर का रास्ता दिखा दिया है। दूसरे शब्दों में कहें तो चेयरमैन की तुनक मिजाजी के कारण जनपद का ऐतिहासिक ददरी मेला की गरिमा धूल धूसरीत होती नजर आ रही है।
नगर पालिका द्वारा भेजे गए निमंत्रण पत्र में बलिया में विश्वप्रसिद्ध और ऐतिहासिक ददरी मेले के भूमि पूजन कार्यक्रम के निमंत्रण पत्र से सदर विधायक आनन्द स्वरूप शुक्ल का नाम गायब है। निमंत्रण पत्र में बलिया सांसद, नगरपालिका अध्यक्ष, बलिया जिलाधिकारी, अधिशासी अधिकारी, अपर जिलाधिकारी, नगर मजिस्ट्रेट का नाम भूमि पूजन के निमन्त्रण पत्र पर दिया गया।
सूत्रों की माने तो सदर विधायक को इसकी जानकारी नही है, जबकि सदर विधायक अपने आवास पर मौजूद हैं। वहीँ बताया जा रहा है कि बिना निमन्त्रण के हीं सदर विधायक ददरी मेले के भूमि पूजन में पहुंच सकते है। लोगों की मानें तो जब निमन्त्रण पत्र से सदर विधायक का नाम गायब हो सकता है तो नगर के भीतर नगरपालिका अध्यक्ष और अधिशासी अधिकारी कुछ भी गायब कर सकते है। नगरपालिका अध्यक्ष और नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी के बीच कुछ दिनों से तनातनी चल रही है।