पटना : शशि यादव की रिपोर्ट:
पटना : चीटफंड कंपनी के ठगी के शिकार हुए लोगों के गुस्से का असर दूसरे दिन ही दिखा. पटना पुलिस ने इस मामले में पहली और बड़ी कार्रवाई की है. चीटफंड कंपनी के पूर्व प्रेसिडेंट गौरी शंकर मिश्रा को पत्रकार नगर थाना की पुलिस टीम ने अरेस्ट कर लिया है. हनुमान नगर के साकेतपुरी इलाके के रोड नंबर—1 में छापेमारी कर पुलिस टीम ने इन्हें पकड़ा. पुलिस के अनुसार गौरी शंकर मिश्रा सेंट्रल बैंक में कॉलेज आॅफ कॉमर्स ब्रांच के मैनेजर भी रह चुके हैं. बैंक से रिटायर होने के बाद इन्होंने सेंट्रल बैंक स्टाफ को—आॅपरेटिव लिमिटेड को ज्वाइन किया था. उसके ये प्रेसिडेंट बनाए गए थे.
एजेंट के जरिए सेंट्रल बैंक स्टाफ को—आॅपरेटिव लिमिटेड ने गरीब तबके के लोगों, छोटे दुकानदारों और डेली की कमाई करने वालों को अपने टारगेट पर लिया. डेली रेकरिंग के नाम पर इनसे रुपए जमा कराते गए. फिर एक साथ मोटी रकम जमा होने के बाद अचानक से कंकड़बाग में ओल्ड बाइपास पर स्थित इस बैंक के आॅफिस को बंद कर दिया गया. इसमें काम करने वाले स्टाफ भी फरार हो गए.
पुलिस की गिरफ्त में गौरी शंकर मिश्रा
ये मामला बीते नवंबर महीने में ही सामने आया. तभी लोगों को इस बात का पता चला कि जिसमें वो रुपए जमा कर रहे थे वो कोई सरकारी बैंक नहीं थी. बैंक के नाम पर चीटफंड कंपनी चल रही थी. तब काफी देर हो चुकी थी. लोगों का जमा लाखों रुपए लेकर कंपनी के लोग फरार हो चुके थे. शातिरों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए ठगी के शिकार लोग पत्रकार नगर थाना गए थे. लोगों के कंप्लेन पर पुलिस ने पिछले महीने ही एफआईआर दर्ज कर लिया था. लेकिन एक महीना बीत जाने के बाद भी थाने की पुलिस टीम ने ठोस कार्रवाई तो दूर पूरे मामले की सही से जांच तक नहीं की थी. पुलिस की लापरवाही के कारण ही सोमवार को ठगी के शिकार लोग रोड पर उतर आए थे.
गुस्साए लोगों ने ओल्ड बाइपास को जाम कर दिया था. जिसके बाद जाम हटाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज तक करना पड़ा था. इस पूरे मामले को एसएसपी मनु महाराज ने काफी गंभीरता से लिया था. साथ ही सही से जांच कर ठगी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने व उन्हें अरेस्ट करने का आदेश दिया गया था.