त्रिपुरारी यादव की रिपोर्ट :
वाराणसी : दिनांक 04 मई, 2018 को भा.कृ.अनु.प.-भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी द्वारा फार्मर्स फस्र्ट् परियोजना के अन्तर्गत ग्राम धानापुर एवं पनियारा में कृषक वैज्ञानिक वार्ता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा. आनन्द कुमार सिंह, उपमहानिदेशक (उद्यान विज्ञान), भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली रहे। डा. सिंह ने उद्बोधन में किसानों को कृषि से आय दुगुनी करने हेतु कृषि मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न परियोजनाओं की चर्चा की। इसके अलावा किसानों को कृषि विविधीकरण के अन्तर्गत सब्जियों, फूलों, फलों की खेती के साथ-साथ मधुमक्खी पालन, मुर्गी पालन, पशुपालन, मत्स्य पालन एवं जैविक खेती को अपनाने की सलाह दी।
इस कार्यक्रम में डा. बिजेन्द्र सिंह, निदेशक, भा.कृ.अनु.प.-भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान वाराणसी ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर किसानों हेतु संस्थान द्वारा मौसम व बेमौसम में सब्जी उत्पादन से वर्ष भर आय प्राप्त करने हेतु प्रशिक्षण, गृहवाटिका हेतु सब्जियों के बीज का वितरण एवं पालीहाउस में खेती की तकनीकों के कार्यक्रमों चलाये जा रहे हैं। उन्होने कहा कि मधुमक्खी पालन एवं कुक्कुट पालन के प्रशिक्षण कार्यक्रमों को गाँवों में ही आयोजित किया जायेगा जिससे किसानों की आय में अधिक बढ़ोत्तरी हो सके। इस कार्यक्रम में लगभग 400 किसान उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम में संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा कृषि की उन्नत प्रौद्योगिकियों पर तकनीकी सत्र का आयोजन कर किसानों की समस्याओं का समाधान किया गया। इस कार्यक्रम में डा. पी.एम. सिंह, डा. एस. के. सिंह, डा. ए.एन. त्रिपाठी, डा. मणिमुरूगन सी., डा. शुभदीप राय, जितेन्द्र उपाध्याय, तेजबहादुर सिंह एवं धनराज शास्त्री उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम का संचालन डा. डी.आर. भारद्वाज एवं धन्यवाद ज्ञापन डा. नीरज सिंह ने किया।