नई दिल्ली : नरेंद्र मोदी सरकार ने मुस्लिमों को अपना बनाने के लिए बड़ी पहल की है। इस बार मोदी सरकार ने उनके हक में बड़ा फैसला ले लिया है। इस फैसले का सबसे बड़ा फायदा मुस्लिम समाज के बेसहारा और बेरोजगार बुजुर्गों को मिलेगा। भाजपा सरकार अल्पसंख्यकों में अपनी नकारात्मक छवि बदलने की पूरी कोशिश कर रही है। इसका मकसद उनका भरोसा जीतकर लोकसभा चुनाव के सहारे फिर से देश की सत्ता में वापसी करना है। इसी वजह से सरकार ने बड़ा फैसला ले लिया है।
मोदी सरकार का यह बड़ा फैसला हज यात्रा से जुड़ा हुआ है। केन्द्र सरकार के निर्देश पर हज कमेटी ऑफ इंडिया ने हज यात्रियों की ट्रेनिंग से जुड़ा बड़ा नियम बदल दिया है। इस बदलाव का सबसे बड़ा फायदा मुसलमान बुजुर्गों को मिलने वाला है।
मोदी सरकार के निर्देश पर हज कमेटी ऑफ इंडिया ने हज यात्रियों को ट्रेनिंग देने वालों की उम्र में इजाफा कर दिया है। पहले यह सीमा 50 थी जिसको बढ़ाकर 58 साल कर दिया गया है। यानि अब 58 साल वाले मुस्लिम बुजुर्ग भी ट्रेनिंग देने के लिए आवेदन कर सकेंगे। आवेदन भी आ चुके हैं जो 10 जनवरी तक जमा करने होंगे। इससे मुस्लिम समाज के बुजुर्गों को राहत मिलेगी।