राम धीरज यादव की रिपोर्ट :
बाराबंकी : विगत कई वर्षों से माइनर और नाले की सफाई ना होने से किसानों के टेल तक पानी नहीं पहुंचता जिससे ना केवल किसान प्रभावित होता है, बल्कि उसकी फसल चौपट हो जाती है। इसके साथ ही सफाई ना होने से बरसात का गंदा पानी भी नाले और माइनर के माध्यम से बाहर नहीं निकल पाता। इन सब समस्याओं से क्षुब्ध ग्रामीण किसान सामाजिक कार्यकर्ता विकास तिवारी की अगुवाई में ग्राम प्रधान रौली राम सजीवन लोधी ब्रजेश शुक्ला देव नाथ यादव उमा शंकर साहू सत्य नाम मौर्या पुलकित शुक्ला संदीप तिवारी शौरभ शुक्ला सचिन बाजपेयी अनिल पाठक मुकेश पांडेय शौरभ तिवारी मनीष मिश्रा सोनू यादव शिव कुमार यादव दुर्गा प्रसाद आदि किसानो ने तहसील मुख्यालय पहुंचकर 5 सूत्रीय मांग पत्र उप जिला अधिकारी सुशील प्रताप सिंह को सौंपा ।
एसडीएम द्वारा नवंबर माह में ही माइनर और नाले की सफाई करवाने की बात कहीं। इस दौरान समाजिक कार्यकर्ता विकास तिवारी ने साफ कहा यदि नवंबर माह में माइनर की सफाई नहीं हुई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। बताते चलें कि विकास खंड तहसील हैदरगढ़ के छोटी माइनर बड़वाल नगर से देवैचा तक बीते कई वर्षों से साफ नहीं हुई बालू से पटी उस माइनर में झाड़ियां उग आई है, जिससे नहर का पानी टेल तक नहीं पहुंचता। किसान परेशान है। इसी तरह रौली माइनर हेड से टेल तक पटी पड़ी है। इसकी भी सफाई कई वर्षों से नहीं हुई। यहां पर सैकड़ों किसान प्रभावित है और कई बार इस संबंध में सिंचाई विभाग से लेकर उच्चाधिकारियों तक शिकायत की, किंतु धरती के भगवान कहे जाने वाले इन किसानों की कोई सुध नहीं ली।
इसी प्रकार बारी खेरा से होकर दीवान खेड़ा छोटी माइनर की सफाई बीते कई वर्षों से नहीं हुई है। कई बार किसानों ने अपने चंदे से कुछ धन अर्जित कर जैसे-जैसे करके उसे साफ कराया लेकिन अब फिर स्थित सफाई योग्य हो गई है। दिए गए ज्ञापन के अनुसार ही चीनी मिल हैदरगढ़ से सुजारा मनीपुर बेलवा केल्हनूवा सहावर चिलूला को जोड़ने वाला माइनर रूपी नाला एकदम पड़ गया है। इसी नाले के माध्यम से चीनी मिल का गंदा पानी भी निकलता है लेकिन मील प्रशासन इसकी सफाई में कोई रुचि नहीं लेता, जिससे मिल का गंदा पानी नाले में न जाकर लोगों के खेत में जाता है, जिससे फसल पूरी तरह से चौपट हो जाती है। इसको लेकर ग्रामीणों ने कई बार सड़क जाम भी किया किंतु कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस बार किसान आंदोलन परम आता है आर पार के संघर्ष को अमादा किसानो ने एक सुर मे कहा नवम्बर मे अगर माईनर की सफाई न हुई तो आन्दोलन किया जायेगा।