सत्ता की हनक, सरकारी राशन सिर्फ हल्ला-गुल्ला, लाभार्थी सूची में अपात्र शामिल

राम धीरज यादव की रिपोर्ट :

अमेठी : सरकारी राशन आपूर्ति का कारोबार ठेकेदारों के जिम्मे है। राशन की बोरी का वजन कम रहता है। तौल कर बोरी नही जा रही है। विपणन अधिकारी की बात को प्रशासन-शासन सुनने को तैयार नही है। ठेकेदारों के आगे विपणन अधिकारी की बोलती बंद है। जो राशन की आपूर्ति ठेकेदार है उन्हें प्रशासन-शासन के अधिकारियों के साथ सत्ता नेताओं का संरक्षण बराबर मिल रहा है। सपा सरकार को राशन की आपूर्ति करने वाले ठेकेदारों ने अधिकाश तो सत्ता की डोर पकड ली कुछ आपूर्ति व्यवस्था का कारोबार ही ठप कर दिया है। लेकिन पिछली सरकार से वर्तमान सरकार में सरकारी राशन की आपूर्ति घटतौली की व्यवस्था पर अंकुश नही लग पा रहा है।

राजकीय सस्ते गल्ले की दुकानां पर बिना तौल के खाद्यान्न गेहू, चावल की आपूर्ति करायी जाती है। और बोरी की अनुपात में बोरी ही उचित दर विक्रेताओ को आपूर्ति विपणन अधिकारी कर देते है। कम्प्यूटाराइड काटे पर नाप-तौल की व्यवस्था विपणन अधिकारी के कार्यालय गोदाम पर व्यवस्था नही हुई। राशन उठाने के बाद उचित दर विक्रताओं की सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों में स्टाक का सत्यापन लेखपाल करते है लेकिन बोरी के वजन कम है इसपर कोई टिपण्णी नही की जाती है न ही कम्प्यूटाइड वजन का बिल ही राशन स्टाक के सत्यापन करने वाले कर्मचारी मागते है। बल्कि स्टाक सत्यापन करने के नाम पर सत्यापन करने वाले कर्मचारी नजराना पॉच सौ से एक हजार रूपये लेकर कर देते है। चूकि शासन-प्रशासन की जानकारी में मामला चल रहा है इस प्रकार मामले का खुलासा न हो छोटी सी बात बडी न हो इस बात का ध्यान रखा जाता है।



सरकारी राशन के वितरण की निगरानी के लिए प्रत्येक उचित दर विक्रेता की सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान पर परवेक्षक की तैनाती की जाती है। जो बोरी का वजन न करवाऐ उपभोक्ताओ को खाद्यान्न तौल की बॉट माप की जांच न करवाएं और खाद्यान्न वितरण के समय अधिकाश समय गायब रहते है। इसके एवज में फर्जी पॉच सौ एक हजार रूपये परवेक्षक प्रत्येक माह उचित दर विक्रेता से खुलेआम नजराना वसूलते है। इसके एवज में फर्जी खाद्यान्न का वितरण करवा कर वितरण प्रमाण पत्र परवेक्षक निर्गत करते है। पूर्ति निरीक्षक कार्यालय से उचित दर विक्रेताओं की परवेक्षक तैनाती में सेटिंग-गेटिंग का खेल भी होता है। पूर्ति निरीक्षक कार्यालय में भी उचित दर विक्रेताआें से प्रत्येक माह अवैध वसूली पन्द्रह सौ से तीन हजार रूपये तक की जाती है।

यह मानक खाद्यान्न के स्टाक और उपभोक्ता पर नजराना की राशि तय की जाती है। पूर्ति कार्यालय में तैनात लिपिक भी दो सौ से तीन सौ रूपये तक प्रत्येक माह उचित दर विक्रेता से अबैध वसूली करते है। यही नही लिपिक सहयोगी भी सौ रूपये प्रत्येक कोटेदार से माहवारी तय की गयी है। सरकारी राशन की पात्रता सूची अन्तोदय योजना में बीस फीसदी अपात्र लाभार्थी शामिल है जिनका खाद्यान्न प्रत्येक माह कालाबाजारी किया जाता है। और पात्र गृहस्थी योजना में तीस फीसदी लाभार्थी को खाद्यान्न नही वितरण किये जाने की खबर है। पात्रो को आज भी सूची में नाम नही है। अपात्रों ने नजराना देकर पात्रता सूची में शामिल में कामयाब रहे। पात्रता सूची का प्रकाशन नही करवाया गया। राशन कार्ड न वितरक न होने से कालाबाजारी के खेल में दिक्कते नही आ रही है।



जिले के तिलोई तहसील के सिंहपुर में प्रियंका पाडेय, बहादुरपुर में राजकुमार सिंह, तिलोई में संदीप मिश्र, विपणन अधिकारी है। मुसाफिरखाना तहसील के जगदीशपुर में अमित वर्मा, शुक्ल बाजार में उमेश राणा, मुसाफिरखाना में मंजुला आदि की तैनाती है गौरीगंज तहसील में जामो में अर्चना, गौरीगंज में प्रमोद कुमार, शाहगढ में विपणन अधिकारी का पद खाली है। अमेठी तहसील के अमेठी में मनोज कुमार, भादर में (रामगंज) डॉ0 किशलय मिश्र, की तैनाती है। संग्रामपुर व भेटुआ में विपणन अधिकारी का पद खाली है। तीन विकास खंडों में विपणन अधिकारी की तैनाती नही हो पायी है प्रत्येक ब्लाक पर कार्यालय नही खुले है।

जिलें में पूर्ति निरीक्षक कार्यालय अमेठी में सीताराम, प्रतिभा सिंह, गौरीगंज में योगेश कुमार वर्मा है। मुसाफिरखाना में जितेन्द्र कुमार, फूलसिंह यादव है। तो तिलोई में संजय कुमार सिंह है। अमेठी तहसील में दो, गौरीगंज में दो, मुसाफिरखाना में एक, तिलोई में दो पद पूर्ति निरीक्षक का रिक्त चल रहा है। प्रत्येक ब्लाक मुख्यालय पर कार्यालय अभी भी नही खुले है। कोटेदार फरियादी भी परेशान है।

रविवार को जिलापूर्ति अधिकारी संजय कुमार का मोबाइल नंम्बर 7839564718 स्विच आफॅ रहा। क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी विजय कुमार का मोबाइल नम्बर 7839564519 स्विच ऑफ रहा। कार्यालय लिपिक अनिल कुमार का मोबाइल नम्बर 9452244506 पर बात नही हो पायी। मोबाइल उठाये ही नही लिपिक मार्केडे मिश्र मोबाइल नंम्बर 9415383153 पर बात नही हुई मोबाइल नही उठायें।



सरकारी खाद्यान्न के रखवाले जो जिम्मेदार है अपने मोबाइल को यह तो बन्द किये है यह तो फोन उठाने को तेयार नही है। आखिर कोई शिकायत या फरियाद करना चाहे तो कैसे बात बनेगी। पारदर्शिता का प्रयास किया तो फोन पर नही मिले ।

विपणन उमेश राणा के मोबाइल नम्बर 8840343440 पर बात हुई तो उन्होंने कहा खाद्यान्न की आपूर्ति ठेकेदार कम्प्यूटाइड रसीद के द्वारा कर रहे है लेकिन उचित दर विक्रेताओ का खाद्यान्न देने में कम्प्यूटाराइड तौल की व्यवस्था नही है। बोरी के हिसाब से दिया जाता है। बोरी में वजन 51.400 किलोग्राम 52.400 किलोगा्रम राशन अक्सर रहता है।



उचित दर विक्र्रेता भावलपुर दयाशंकर के मोबाइल नं0 9565528924 पर बात हुई तो इन्हां ने बताया कि बोरी दो-तीन किलोग्राम कम रहती हैं सत्यापन में कोई खर्च नही लगता है। परवेक्षक के दो दिन की मौजूदगी में उन्हें कुछ तो देना पडता है।


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