नई दिल्ली : बिहार के भागलपुर जिले के चंपानगर में स्थित श्री दिगम्बर जैन सिद्ध क्षेत्र मंदिर में जैन मुनि विप्रन सागर महाराज आत्महत्या कर ली। उनका शव पंखे से लटकता हुआ मिला। सुचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उनके शव के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमें उन्होंने किसी बात से परेशान होने की बात लिखी। वहीँ इस घटना से उनके अनुयायियों में शोक की लहार दौड़ गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक मंगलावर शाम जैन मुनि विप्न सागर रोजाना की तरह ही सुबह 10:30 पर भोजन करने के बाद 12:30 बजे अपने कमरे में साधना के लिए चले गए। शाम साढ़े चार बजे उनका श्रद्धालुओं से मिलने का वक्त होता था, जब वो कमरे से बाहर नहीं निकले तो कर्मचारी हरकत में आए। कर्मचारी धन सिंह और अरविंद जैन ने बाहर से दरवाजा खटखटाया, लेकिन जब गेट अंदर से नहीं खुला तो गार्ड ने दरवाजा तोड़ा।
जब दरवाजा खुला तो अंदर जैन मुनि का शव पंखे से लटकता पाया गया। इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई, जिसने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। पोस्टमॉर्टम के लिए साध्वियों और श्रद्धालुओं ने विरोध भी किया, लेकिन पुलसि के समझाने के बाद वो हट गए। उनका जैन रीति-रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया। जैन सिद्ध क्षेत्र के महासचिव ने बताया कि उसी क्षेत्र में उनकी समाधि का इंतजाम किया गया है।