श्रीनिवास सिंह मोनू की रिपोर्ट
लखनऊ /सीतापुर भारत देश किसानों का देश कहा जाता है । कहा जाता है कि देश में रहने वाली लगभग 60% आबादी किसानों की है किसानों को अन्नदाता का दर्जा भी दिया जाता है किंतु आजादी के बाद से बनने वाली सरकारों के द्वारा देश के किसानों को कितना फायदा हुआ है । आज देश में किसानों की हालत क्या है यह किसी से छिपी नहीं है । सरकारों के द्वारा पेश किए गए आंकड़ों के बावजूद भी आज देश में किसानों की हालत लगातार बद से बदतर होती चली जा रही है ।
इसी के तहत आज बुधवार दोपहर किसान मंच ने किसानों की समस्याओं को देखते हुए जिले के हिंदी सभागार में एक सभा का आयोजन किया, जिसमें किसान मंच के उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष देवेंद्र तिवारी ने शिरकत करते हुए चलो गांव की ओर अभियान चलाकर किसान मंच उत्तर प्रदेश में बड़े बदलाव की बुनियाद रखने की बात कही , साथ ही किसानों और मजदूरों के साथ एकताबद्ध होकर सीतापुर जिले में किसान मंच किसानों की समस्याओं से संघर्ष करने की कोशिश करता रहेगा । इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कर्ज माफी, गन्ना बकाया भुगतान के भाजपा सरकार द्वारा फैलाया गए सारे भ्रम दूर हो गए हैं किसानों की बढ़ती आत्महत्या की घटनाएं मोदी योगी के लिए बहुत ही हानिकारक सिद्ध होंगी । इस अवसर पर सीतापुर जिला अध्यक्ष शिवराज सिंह ने कहा कि किसानों द्वारा पैदा की जाने वाली फसलों की कीमत सरकारें व निजी कंपनियां तय करती हैं, परंतु निजी कंपनियों द्वारा उत्पन्न किया गये माल की कीमत वह स्वयं ही तय करती हैं संपूर्ण किसानों को यह अधिकार हो कि वह अपने द्वारा पैदा किए गए अनाज का मूल्य खुद तय करें । तभी किसानों की खुशहाली संभव है इस अवसर पर जिला महासचिव रामसनेही वर्मा ने किसान आंदोलन के लिए तीन प्रस्ताव रखे जिसमें किसानों के लिए संपूर्ण कर्ज माफी गन्ना किसानों के लिए बकाए का भुगतान व ग्रामीण इलाकों में खाली पड़ी परती, बंजर जमीन को गरीब भूमिहीन किसानों को आबंटित करने के लिए संबंधित अधिकारियों से बात करना । बैठक में प्रदेश अध्यक्ष के अलावा प्रदेश उपाध्यक्ष राम नरेश तिवारी रायबरेली जिला अध्यक्ष ललित तिवारी सलाहकार सर्वेश द्विवेदी जिला प्रभारी जितेंद्र मिश्र जिला प्रवक्ता सचेन्द्र दीक्षित जिला उपाध्यक्ष के साथ जिले के सैकड़ों किसान कार्यकर्ता शामिल रहे ।