अब से कुछ ही देर बाद आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारत और पाकिस्तान की टीमें भिड़ेंगी। टीम इंडिया के पास मौका होगा एक बार फिर 10 साल पहले खेले गए फाइनल को दोहराने का। 2007 के पहले आईसीसी टी-20 वर्ल्डकप के फाइनल में भारत और पाकिस्तान के बीच टक्कर हुई थी।
इस फाइनल मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाज़़ी करते हुए 157 रन बनाए थे। भारत के लिए ओपनर गौतम गंभीर ने 54 गेंदों पर 75 रन बनाए। वही इरफ़ान पठान और आरपी सिंह ने मैच में 3-3 विकेट लिए। लेकिन टीम इंडिया की इस शानदार जीत के हीरो रहे जोगिन्दर शर्मा जिन्होंने आखिरी ओवर डाला। मैच के आखिरी ओवर में पाकिस्तान को मैच जीतने के लिए 6 गेंद में 13 रन बनाने थे और उसका स्कोर 9 विकेट पर 145 रन था। उस वक़्त टीम इंडिया में हरभजन सिंह, इरफ़ान पठान, श्रीसंत और आरपी सिंह जैसे दिग्गज गेंदबाज मौजूद थे। लेकिन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गेंद जोगिंदर शर्मा को थमाई। सामने क्रीज़ पर मौजूद थे पाकिस्तान के धाकड़ बल्लेबाज़ मिस्बाह-उल-हक। इस ओवर की पहली गेंद वाइड रही जबकि अगली गेंद डॉट बॉल रही लेकिन दूसरी गेंद पर मिस्बाह ने छक्का लगाया। अब पाकिस्तान को मैच जीतने के लिए सिर्फ 4 गेंदो पर 6 रनों की जरूरत थी। लेकिन जोगिन्दर शर्मा की तीसरी गेंद पर मिस्बाह ने हवा में शॉट खेला। एक समय सभी भारतीय फैन्स को लगा की गेंद अब सीमारेखा के पार जाएगी। लेकिन गेंद फील्ड पर मौजूद श्रीसंत के हाथो में गई और टीम इंडिया ने पहला टी20 वर्ल्ड कप अपने नाम किया। देखिये इस यादगार मैच की एक झलक :