राकेश मौर्या की रिपोर्ट :
बहराइच : घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ने से आधा दर्जन मध्य विद्यालय बाढ़ के पानी से जलमग्न हो गए हैं। परिषदीय विद्यालयों में पढ़ रहे छात्र छात्राओं को शिक्षा से वंचित होना पड़ रहा है, क्योंकि विद्यालयों के अंदर बाढ़ का पानी भर गया है। छात्रों की शिक्षा बारिश के कारण बर्बाद हो रही है। मध्यान भोजन भी नहीं मिल पा रहा है। बैराज द्वारा पानी से पिपरा, पिपरी, कायमपुर, जोगा पुरवा, अटोडर मेला पुरवा विद्यालय बाढ़ के पानी से जलमग्न हो गए।
घरेहरा नकदिलपुर (अटोडर) विद्यालय में बाढ़ का पानी करीब 2 फीट से ऊपर भरा हुआ है। ऐसे में भी छात्र आए, लेकिन तैनात शिक्षक मनोज कुमार आने के बाद बच्चों की बैठने की व्यवस्था ना करके अपने मोबाइल पर बात करते रहे, जबकि छात्र तटबंध पर खड़े होकर शिक्षण कार्य करने का घंटों इंतजार करते रहे व मध्याहन भोजन की व्यवस्था देर तक नहीं हो पाई, इससे शिक्षक की लापरवाही उजागर होती है।
इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी फखरपुर बृजलाल वर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया की बाढ़ प्रभावित विद्यालयों के शिक्षकों को पूर्व में सूचना दे दी गई थी कि विद्यालय तटबंध पर चलेंगे। इस तरह की लापरवाही किसी शिक्षक द्वारा की गई होगी तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।