लोकपति सिंह की रिपोर्ट :
चंदौली : गुरु भगवान का स्वरूप होता है। गुरु के बिना मानव को ज्ञान की प्राप्ति नहीं हो पाती। और भगवान की भक्ति तथा माता पिता की सेवा के बिना मनुष्य को मुक्ति नहीं मिल सकती। उक्त बातें खरौझा ग्रामसभा के हिनौती मौजा स्थित हनुमान मंदिर पर श्रीमद् भागवत कथा की तीसरी निशा पर वृंदावन से पधारे कथा वाचक हनुमान दास जी ने व्यक्त करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि मानव शरीर की संरचना 24 तत्वों से हुआ है। जो परमात्मा का अंश है। वह आत्मा कहलाता है। मन बुद्धि से और बुद्धि आत्मा से चलता है। मन को एकाग्र करने के लिए साधना जरूरी है। साधना ही परमात्मा तक पहुंचने का मार्ग प्रशस्त करता है।और मनुष्य को मुक्ति के मार्ग तक ले जाता है। भागवत कथा भक्तों की कथा होती है। जिसका श्रवण मात्र मनुष्य को भक्ति के मार्ग तक पहुंचाती है।
कथा के अंत में राधा कृष्ण की भव्य झांकी निकाली गई।जिस पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने भगवत स्वरुप राधा कृष्ण की आरती उतारा।और मंगल गान किया। कथा के शुभारंभ में राधेश्याम द्विवेदी, विश्वनाथ दुबे, रणजीत जायसवाल ने दीप प्रज्वलित कर कथा का शुभारंभ किया। इस दौरान आयोजक आनंद सागर सिंह, जयप्रकाश शर्मा, अजय पांडेय, नित्यानंद पांडेय, डॉक्टर गीता शुक्ला, पूनम सिंह, पूनम पांडेय, ग्लोरी, रिमझिम, आस्था, अनुष्का शर्मा आदि श्रद्धालुओं ने श्रीमद् भागवत कथा का रसपान किया।