संतोष कुमार शर्मा की रिपोर्ट
बलिया। भरत सिंह ने विवादित बयान देकर सबको चौंका दिए। आंबेडकर जयंती पर पार्टी की ओर से आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने प्रदेश में बाबा साहेब की प्रतिमाओं को नुकसान पहुंचाने की घटनाओं के पीछे विदेशी ईसाई मिशनरियों का हाथ करार दिया है।
कहा कि, ‘विदेशी ईसाई मिशनरी हिन्दू समाज को बांटने का खेल, खेल रही है। आंबेडकर की मूर्ति तोड़ने में भी ईसाई मिशनरियों का हाथ है, हालांकि इस मंसूबे को भारतीय जनता पार्टी की सरकार पूरा नहीं होने देगी।’ आंबेडकर संस्थान में सांसद निधि द्वारा वाटर प्यूरीफायर का उद्घाटन भाजपा सांसद ने किया। ऐसे में वाटर प्यूरीफायर से लेकर उद्घाटन के पत्थर तक को केसरिया रंग से रंग दिया गया था, जबकि आंबेडकर संस्थान में सभी जगहों पर नीले रंग का प्रयोग किया गया है। सांसद भरत सिंह ने कहा की ये तो हिन्दुओं का रंग है और आंबेडकर भी तो राम थे। आखिरकार उनके नाम के पहले भी तो राम का नाम लिखा है। बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर जयंती पर कलेक्ट्रेट परिसर स्थित आंबेडकर संस्थान में जयंती समारोह में शिरकत करने पहुंचे सांसद भरत सिंह ने कहा, ‘दलितों और पिछड़ों के आरक्षण को लेकर अफवाह उड़ाकर भी हिंदुओं को बांटने की साजिश के पीछे विदेशी ताकतों का ही हाथ है। बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी के रहते आरक्षण को लेकर कोई भी छेड़छाड़ करने की सोच नहीं सकता है।’ उन्होंने दावा किया कि वह संसद में दर्जनों बार आरक्षण को लेकर अपनी बात रख चुके हैं।