संतोष कुमार शर्मा की रिपोर्ट :
बलिया : पिछले दिनों तमिलनाडु के तूतीकोरिन में वेदांता समूह की स्टरलाइट कॉपर प्लांट के बचाव में पुलिस द्वारा अंधाधुंध फायरिंग कर 12 लोगों की हत्या, बड़ी ही शर्मनाक घटना है। वज्रवाहन पर चढ़कर पुलिस अंधाधुंध निहत्थे लोगों पर फायरिंग कर रही है। बेशर्मी की सीमा तब देखने को मिलती है जब एक पुलिस प्रतिवाद करती हुई महिला आंदोनलकारी के मुंह में बंदूक की नाल घुसाकर गोली मार देता है और लहुलूहान महिला का सिर क्षत-विक्षत हो जाता है तथा उसकी दर्दनाक मौत हो जाती है। यह घोर निंदनीय कार्य है यह पुलिसिया दमनकारी चेहरा को उजागर करता है। उक्त बातें मार्क्सवादी नेता कामरेड परमात्मानंद राय ने कहीं।
ट्रेड यूनियन नेता अशोक कुमार पाण्डेय ने उक्त कम्पनी के बारे में तथ्यों का उजागर करते हुए कहा कि स्टरलाइट कॉपर प्लांट, ब्लैक लिस्टेड कम्पनी है, जिसके विरूद्ध 20 साल से जन आंदोलन चल रहा था। बिना एनजीटी के परमिशन के पूरे इलाके को प्रदूषित करती हुई कम्पनी बेरोकटोक चल रही थी। जयललिता सरकार ने उसे बंद करने का आदेश किया था, बावजूद कम्पनी जबरदस्ती चलती रही।
दोनों ही नेताओं ने सरकार, पुलिस व कम्पनी तीनों को घटना का दोषी माना तथा मांग किया कि दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही किया जाय तथा मृतकों को उचित मुआवजा दिया जाय। साथ ही मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से पीड़ित परिवारीजनों के प्रति संवेदना की जाती है।