नई दिल्ली : NIA ने दिल्ली और यूपी में कई ठिकानों पर छापेमारी कर कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों की गिरफ़्तारी के बाद देश में फैले आईएस मॉड्यूल का खुलासा हुआ था। वहीँ अब एक मुख्य आरोपी ने चौकानेवाला खुलासा किया है। मुख्य आरोपी के मुताबिक वो 2009 से ही हमले की योजना बना रहे थे। उसने ये भी बताया कि क्यूँ अब तक उसकी योजना कामयाब नहीं हो पाई।
मॉड्यूल के मुख्य आरोपी मफ्ती सुहेल ने पूछताछ में बताया कि वह जिहादी गतिविधियों की योजना 2009 से बना रहा था क्योंकि मुस्लिमों के साथ भारत में अत्याचार हो रहा है। सूत्रों के मुताबिक सुहेल का कहना है कि वह हमला इसलिए नहीं कर सके क्योंकि उनके पास साधन नहीं थे। अल कायदा के सहयोगी के रूप में इस्लामिक स्टेट की स्थापना 2006 में हुई थी, लेकिन अंतरराष्ट्रीय खबरों में यह साल 2014 में तब आया जब इसने सीरिया और इराक में आतंक फैलाया।
रिपोर्ट के अनुसार 29 वर्षीय इस्लामिक प्रचारक सुहेल को उसके दिल्ली के जफराबाद स्थित घर से बीते हफ्ते एनआईए ने गिरफ्तार किया था। सूत्रों के अनुसार सुहेल ने बताया है कि वह कई तरह की घटनाओं से दुखी था। जैसे बाबरी मस्जिद का गिरना। उसका मानना है कि मुस्लिमों के साथ देश में भेदभाव होता है। मुस्लिमों को देश में नौकरी न मिल पाना भी इसके पीछे की वजह है।
जांचकर्ता ने बताया, “सुहेल बेहद कट्टरपंथी है और अपने किए कार्यों को न्यायोचित मानता है। उसका कहना है कि वह इसलिए ये सब करने के लिए प्रेरित होता है क्योंकि देश में मुस्लिमों के साथ भेदभाव होता है। वह अल कायदा और तालिबान के प्रति प्रभावित हुआ था लेकिन उनमें से किसी से कभी संपर्क नहीं किया। क्योंकि इस्लामिक स्टेट ऑनलाइन भर्ती कर रहा था, तो उसे एक संचालक मिला जो उसे इस ओर मोड़ रहा था।”