संतोष गुप्ता की रिपोर्ट :
चन्दौली : शहाबगंज क्षेत्र के मसोई गाँव में शुक्रवार को श्रीमद् भागवत कथा प्रारंभ होने से पूर्व श्रीवत्सेश्वर महादेव सेवा ट्रस्ट द्वारा कलश यात्रा एवं श्रीमद भागवत ग्रंथ की भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें भारी संख्या में श्रद्घालु महिला व पुरूष शामिल हुए। कलश यात्रा शिव मंदिर से होते हुए हनुमान मंदिर से लेकर पूरे गाँव का भ्रमण करते हुए कथा स्थल पर आकर समाप्त हो गया। इस दौरान पूरा गांव भक्तिमय हो गया।
कलश यात्रा में शामिल लोगों को कलश यात्रा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए प्रकाण्ड विद्वान व कथा वाचक कृष्ण चंद ठाकुर ने बताया कि श्रीमद् भागवत ग्रंथ भगवान कृष्ण का शब्दात्मक स्वरूप है, जिसकी विधिवत पूजा अर्चना कर शोभा यात्रा के माध्यम से कथा स्थल पर लाकर स्थापना किया गया है। उन्होंने बताया कि खाली कलश धारण नहीं किया जाता। कलश में जल भर कर कलश यात्रा निकाली जाती है, जिसका अर्थ यह होता है कि कलश में भरे हुए जल की भांति ही भगवान कृष्ण के लिए श्रद्वा एवं भक्ति भाव सभी के हृदय में है। ऐसा करने से प्रभु प्रसन्न होते हैं, क्योंकि प्रभू प्रेम और श्रद्वा के भूखे हैं। कलश यात्रा एवं श्रीमद् भागवत ग्रंथ की शोभा यात्रा का महत्व है। इस दौरान मुख्य रूप से अमरेश्वरानंद पाण्डेय,रामप्रवेश सिंह, कमला सिंह ,उमेश सिंह,रत्ना पाण्डेय, दिव्या पाण्डेय,मिन्टू पाण्डेय, साधना पाण्डेय आदि उपस्थित थी।
रिपोर्ट-संतोष गुप्ता