राकेश द्विवेदी की रिपोर्ट :
संतकबीर नगर : कलेक्ट्रेट सभागार में राजस्व कार्यों की समीक्षा मे जिलाअधिकारी भूपेंद्र एस चौधरी ने कहा कि सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। जिलाअधिकारी के लाख प्रयासों के बावजूद भी राजस्व कार्यों की समीक्षा में राजस्व विभाग के गांव से जुड़े हुए लेखपाल ही सहयोग नहीं कर रहे हैं। लेखपाल शासनादेशों की धज्जियाँ उड़ा रहे हैं, जिससे भू माफियाओं के हौसले बुलंद हैं।
इन भू-माफियाओं का या तो सरकार में मजबूत पकड़ है, जिससे लेखपाल दर रहे हैं, या तो कुछ चंद रुपयों को लेकर के कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति कर रहे हैं। ऐसा ही एक नजारा बनकटियाँ ग्राम सभा के पूरवाँ का है, जहाँ सरकारी खादगढ़ा एवं गड्ढे पर भू-मफियाओं ने पूर्ण रूप से कब्जा कर लिया है। इन्हे शासनादेश का कोई प्रभाव नही पडता है।
बनकटियाँ ग्राम सभा के यादव पूर्वा में ग्राम वासी एवं ग्राम सभा अध्यक्ष एवं लेखपाल और साथ कानूनगो साहब भी मौके पर उपस्थित रहे। राजस्व कर्मियों के द्वारा खाद गड्ढे को नाप कर निकालने के बावजूद भी मामला ठंडे बस्ते में चला गया। सरकारी जलाशय पर वृक्षारोपण कर उसे बाउंड्री चलाई जा रही है। कुछ दलाल किस्म के अधिकारी राजस्व विभाग के सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करवा रहे हैं। इस मामले के बारे में अवगत कराने के बावजूद भी इन भू-माफियाओं पर कोई कार्यवाही नहीं हुई. उत्तर प्रदेश शासन की मंशा पर पानी फेरने का पूर्ण रुप से सहयोग किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि ग्राम सभा बनकटियाँ के लेखपाल की इसमें अहम भूमिका है। मुख्यमंत्री से ग्रामवासियों ने निवेदन किया है कि इन भू-माफियाओं से अवैध कब्जा हटवाया जाए, जिससे खाद गड्ढा एवं जलाशय सुरक्षित रहे। पशु पक्षी जीव जंतु उससे पानी पीते हैं। गर्मियों के समय और गेहूं के सीजन में समय से पानी उपलब्ध ना हो पाने के कारण कुछ चंद लोग उससे अपना जीवन यापन करने के लिए खेतों की सिंचाई भी कर लेते हैं और इन जलाशयों से जमीन का जलस्तर पूर्ण रुप से बना रहे। अब देखना ये है कि इस मामले में कार्यवाही होती भी है या नहीं।