अनिल सिंह और मनोज पटेल की रिपोर्ट :
मिर्ज़ापुर : स्थानीय थाना क्षेत्र व पुलिस चौकी पटेहरा क्षेत्र में शाम ढलते ही खनन का खेल शुरू हो जाता है। खनन माफिया बड़े पैमाने पर जेसीबी व दर्जनों ट्रैक्टर को लेकर क्षेत्र में मोरंग व मिट्टी की खुदाई कर किसानों को महंगे दामों में बेचकर अच्छा खासा मलाई काट रहें है। बताया जाता है कि जब से यूपी में भाजपा की सरकार बनी है, तब से खनन माफियाओं के हौसले और बुलन्द होते जा रहे हैं।
सूत्रों की माने तो इलाकाई पुलिस खनन माफियाओं के प्रति अंकुश लगाने के बजाय खुद संरक्षण सी दे रखी है, जिससे खनन माफिया इलाकाई पुलिस से मिलकर मोरंग व मिट्टी की खुदाई कर किसानों के हाथों महंगे दामों में बेचकर मलाई मार रहे है, जबकि सरकार बनते ही प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार करने वालों व अवैध खनन करने वालों को सख्त निर्देश दिये थे। लेकिन अपने ही मुखिया के आदेशों व निर्देशों का पालन ना करा पाना पुलिस के लिये बहुत बड़ी बात बन गयी है।
क्षेत्रीय लोगों ने पुलिस अधीक्षक का ऐसे मलाई काटने वाले खनन माफियाओं के खिलाफ ध्यान आकृष्ट कराने की मांग की व मुख्यमंत्री के निर्देशों के खिलाफ कार्य करने वाले खनन माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही की मांग भी की। वही इस सम्बन्ध में पटेहरा चौकी प्रभारी उमाशंकर गिरी ने बताया कि खनन कार्य में चौकी पुलिस जाँच नहीं कर सकती है, इसके लिये खुद ही शिकायतकर्ता क्षेत्राधिकारी से शिकायत करें व खनन कार्य की जाँच क्षेत्राधिकारी ही कर सकते हैं, व क्षेत्राधिकारी ही रुकवा सकते है। चौकी पुलिस इसमें कुछ नहीं कर पायेगी।