संतोष कुमार शर्मा की रिपोर्ट :
बलिया : 20वीं शताब्दी में भारतीय राजनीति के केन्द्र रहे जननायक चन्द्रशेखर की जयंती पर कृतज्ञ जनपद ने उस युवा तुर्क को न सिर्फ दिल से कृतज्ञता ज्ञापित किया, बल्कि तन्मयता से श्रद्धा के फूल भी चढ़ाये। वही, राष्ट्रनायक चंद्रशेखर मैराथन समिति के बैनर तले 21.1 किलोमीटर का चन्द्रशेखर हॉफ मैराथन आयोजित किया गया। पचखोरा से वीर लोरिक स्पोर्ट्स स्टेडियम तक निर्धारित धवल पथ पर सैकड़ों की संख्या में धावकों ने अपने जोश व जज्बे का प्रदर्शन किया।
केन्या के डेनियल रोनो ने 21.1 किलोमीटर की दूरी को एक घंटे 03 मिनट 35 सेकेंड मे तय कर जननायक चन्द्रशेखर को पहली श्रद्धांजलि अर्पित करने वाला धावक बना, जबकि एक घंटा 04 मिनट 15 सेकेंड में समापन विन्दु पर पहुंचे गाजीपुर के लालजी यादव राष्ट्रनायक को द्वितीय श्रद्धांजलि दी। तीसरे स्थान पर रहे बागी धरती के लाल ईश्वर चन्द्र वर्मा, जिन्होंने एक घंटा 06 मिनट 15 सेकेंड में निर्धारित दूरी तय किया। देवरिया के जितेन्द्र राजभर चौथे, संतकबीर नगर के मनोज यादव पांचवें व बलिया के राकेश वर्मा छठवें व सुग्रीव कुमार गुप्त सातवें स्थान पर रहे।
आठ से 15वें स्थान तक क्रमशः मनोज यादव, विनोद कुमार (हाथरथ), मनोज पाल (अमेठी), संतोष पाल (अमेठी), मनोज यादव (संतकबीर नगर), संदीप यादव (अमेठी), सोनू कुमार राजभर (बलिया), चंदन कुमार साहनी (बक्सर, बिहार) रहे। वहीं, 16 से 21वें स्थान तक क्रमशः देवेन्द्र कुमार गिरि (बलिया), अनुराग यादव (अमेठी), अवधेश राजभर (बलिया), सोहन कुमार राजभर व अशोक यादव (गाजीपुर), दिनेश कुमार यादव (बक्सर, बिहार) ने झंडा बुलंद किया। प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेन्द्र तिवारी, लोकनायक जयप्रकाश नारायण विवि छपरा के कुलपति डॉ. हरिकेश सिंह व एमएलसी रविशंकर सिंह पप्पू ने प्रथम, द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ व पंचम पुरस्कार प्राप्त करने वाले धावकों को क्रमशः 51 हजार, 25 हजार, 15 हजार, आठ हजार, चार हजार से पुरस्कृत किया। वहीं, छठवां 2500 तथा सातवां दो हजार रुपये दिया गया। आठवें से 15वें स्थान तक रहे धावकों को 1000-1000 व 16 से 21वें स्थान तक वाले धावकों को 500-500 रुपये से पुरस्कृत किया गया।
चंद्रशेखर ने दिखाया दुनिया को राह : उपेन्द्र तिवारी
चंद्रशेखर के संकल्प को आगे बढ़ाने का प्रयास जारी रखूंगा : पप्पू
वीर लोरिक स्पोर्ट्स स्टेडियम में पुरस्कार वितरण समारोह की औपचारिक शुरूआत मां सरस्वती व राष्ट्रनायक चन्द्रशेखर के तैल चित्र पर पुष्पार्चन, सरस्वती वंदना व स्वागत गीत से हुई। राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेन्द्र तिवारी ने कहा कि राजनीति में अपने सिद्धांत पथ पर चलने का जो दृढ संकल्प प्रथम समाजवादी प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ने दिखाया, उसके लिए न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया उनकी ऋणी रहेगी। चंद्रशेखर के जीवन वृत्त पर विस्तार से चर्चा करते हुए राज्यमंत्री ने कहा कि चंद्रशेखर वह महामानव थे, जिन्होंने कांग्रेस काल का अवसान कर देश में समाजवादी सरकार का न सिर्फ गठन किया, बल्कि प्रधानमंत्री की कुर्सी का त्याग कर राजनीति में एक नए युग का सूत्रपात भी किया।
तिवारी ने सफल आयोजन के लिए आयोजन समिति का धन्यवाद ज्ञापित किया। विशिष्ट अतिथि एमएलसी रविशंकर सिंह पप्पू ने आयोजकों को साधुवाद देते हुए चंद्रशेखर की परंपरा को अनवरत आगे बढाने के अपने संकल्प को दोहराया। कहा कि चंद्रशेखर का पूरा जीवन अपने आप में एक मैराथन था। ऐसे में उनकी जयंती पर मैराथन आयोजित करना मैराथन सीमित की उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने विजेता खिलाड़ियों को और मेहनत करने तथा असफल खिलाड़ियों को इच्छाशक्ति मजबूत करने की बात कही।
विशिष्ट अतिथि जयप्रकाश नारायण विश्वविद्यालय के कुलपति डा. हरिकेश सिंह ने चंद्रशेखर के साथ अपने अनुभव को साझा किया। कहा कि चंद्रशेखर मंच व पंच के बीच जो समायोजन स्थापित करते थे, उसका कोई शानी नहीं है। चंद्रशेखर की कृतियों का बखान करते हुए कहा कि चंद्रशेखर ने बलियाटिक की परंपरा का निर्वहन किया, जिसमें या तो बलि हो जाए या टिक जाए। समिति के सचिव उपेन्द्र सिंह ने समस्त गणमान्य व्यक्तियों व सहयोगियों का स्वागत करते हुए विजेताओं समेत सभी प्रतिभागियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। अध्यक्षता जितेन्द्र सिंह व संचालन प्रदीप यादव ने किया।
इनके समर्पण से सफल रहा कार्यक्रम
उप्र एथलेटिक्स एसो. से निर्णायक रूस्तम खां, दिनेश जायसवाल, देवी प्रसाद, देवेन्द्र सिंह, रामबच्चन चौधरी, पवन राय, रंजीत चौधरी, नीरज राय, सुधीर सिंह, उमेश सिंह, मनोज शर्मा, अजय सिंह, धर्मेंद्र सिंह, रवि यादव, बृजेश सिंह, जितेन्द्र प्रताप सिंह, संजय दूबे, राकेश सिंह, राजेश मिश्र, अजय मिश्र, अजीत सिंह, संतोष तिवारी, जय सिंह, रत्नाकर सिंह, अनुराग श्रीवास्तव, सेतुनाथ सिंह, मो. इरफान, शशिकांत ओझा, पंकज सिंह, गुड्डू तिवारी, व्यास जी यादव, संजय यादव, शैलेन्द्र यादव, राजेश सिंह, डॉ. भावतोष पांडेय, जगत नारायण मिश्र, धर्मवीर सिंह, संतोष सिंह, सरदार मो. अफजल, मिथिलेश श्रीवास्तव, विनोद कुमार, नितेश सिंह, दीपक सिंह, सर्वेश कुमार सिंह, चंदन सिंह, भीम यादव इत्यादि ने तन्मयता से सहयोग किया।
राज्यमंत्री उपेन्द्र तिवारी ने दौड़ के लिए दिखाई हरी झण्डी
चन्द्रशेखर हॉफ मैराथन की निर्धारित रेखा पचखोरा स्थित शारदा आटो मोबाइल्स से सोमवार को प्रातः 6.50 बजे बतौर मुख्य अतिथि राज्यमंत्री उपेन्द्र तिवारी का संकेत मिलते ही धवल पथ पर प्रतिभागियों का काफिला निकल पड़ा। इससे पहले सुबह से ही प्रतिभागियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। कुल 507 प्रतिभागी पंजीत थे। धवल पथ पर धावकों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसको देखते हुए जगह-जगह रिफ्रेशमेंट बूथ बनाया गया था, जहां नीबू-पानी, शर्बत, ग्लूकॉन-डी, आयोडेक्स इत्यादि की व्यवस्था थी। इन बूथों पर समिति के समर्पित कार्यकर्ता मुस्तैद रहे।