सूरजपाल यादव की रिपोर्ट :
मुंबई : मुंबई से सटे ठाणे जिले के भिवंडी तहसील अंतर्गत कांबे ग्राम पंचायत के दहेले पाडा स्थित आदिवासी चैत्या फकाट अपने परिवार के साथ रहता था । जिसकी विधवा लडकी शारदा अपनी दो लड़कियों के साथ उसी घर में रहती थी । घर के सभी महिला व पुरुष मजदूरी करने के लिये भिवंडी गये हुये थे । घर में शारदा की लडकी रोहिता रवि मांगत (१३ ) व रसिका रवि मांगत (१२ ) अपनी मौसी नीता चैत्या फकाट (१४) के साथ थी । दोपहर में हो रही गर्मी से राहत पाने के लिये चैत्या फकाट के पुश्तैनी खेत में खड्ढे में बारिश का जमा पानी में तीनों नहाने के लिये गयी थी । नहाते समय अचानक नीता डूबने लगी । अपनी मौसी को बचाने के लिये रोहिता व रसिका गयी वह दोनों भी डूबने लगी । वही एक छोटे लडके ने देखा और नीता के घर जाकर उसकी माँ सुकरीबाई को बताया । सुकरी बाई ने चिल्ला कर बच्चियों को बचाने की गुहार लगाई लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी । तीनों लड़कियाँ की पानी में डूबकर मृत्यु हो गयी । लोगों ने तीनों के शवों को पानी से निकालकर पुलिस को सूचित किये बगैर दाह संस्कार कर दिया । घटना की सूचना रात में जब निजामपुर पुलिस थाने को मिली तो निजामपुर पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक पुलिस दल के साथ दहेले पाडा जाकर दाह संस्कार स्थल का निरीक्षण किया और मृतक बच्चियों के परिजनों के बयान दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दिया ।