सर्वेश कुमार की रिपोर्ट :
वाराणसी : हरहुआ बड़ागांव थाना क्षेत्र के सिसवा गाँव में एक विवाहिता और उसके 7 वर्षीय बेटे को दहेज लोभी पति ने यातना देकर इतना प्रताड़ित किया कि वह मरणासन्न स्थिति में किसी तरह जान बचाकर मायके पहुंची। विवाहिता की शारीरिक और मानसिक स्थिति देख उसके पिता ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वाराणसी के यहां पुत्री और नाती को न्याय दिलाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया, जिसको गंभीरता से लेते हुए पति के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करने का आदेश बड़ागॉव पुलिस को दिया गया, जिसपर स्थानीय पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। बताया जाता है कि उन्हें दहेज़ के कारण मारा-पीटा जाता है।
बड़ागॉव थानाक्षेत्र के सिसवां गांव निवासी सेवा निवृत वैञानिक रमेश प्रताप सिंह के पुत्री की शादी अनीता सिंह की शादी सुल्तानपुर जनपद के बलदीराय थानाक्षेत्र के नरसड़ा गांव निवासी स्व० श्यामनारायण सिंह के पुत्र शैलेंद्र प्रताप के साथ 11 फरवरी 2010 में हुई थी। पिता ने पुत्री की शादी में पांच लाख रूपया नगद सहित काफी मात्रा में दान दहेज का सामान दिया था। शादी के बाद पति, पत्नी के साथ छत्तीसगढ़ प्रांत के रायपुर में स्थित चित्रकुट परिसर श्री राम चौका कोटा कबीर नगर में रहने लगा। इस बीच शादी के एक वर्ष के बाद विवाहिता ने एक पुत्र को जन्म दिया जो वर्तमान समय में 7 वर्ष का है, तथा उसका नाम आर्यन है|
पिछले वर्ष विवाहिता के पिता की सेवा निवृती के बाद पति ने पैसे की मांग करते हुए पत्नी पर दबाव बनाकर यातनाएं देना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं वह विवाहिता और उसके बेटे की जान लेने पर उतारू हो गया। महिला और बच्चे की चीख पुकार पर आसपास के लोग एकत्रित हो गये और दोनो की जान बचा गई। पति रूपी दहेज दानव के चंगुल से छुटने के बाद विवाहिता अपने बच्चे के साथ मायके चली गयी।