तौक़ीर रज़ा की रिपोर्ट:
कटिहार : सदर अस्पताल में उग्र हुई सैकड़ों नर्सों ने सिविल सर्जन के चेम्बर में घुस कर आरोपी डॉक्टर को चप्पल-जूतों से जमकर पिटाई कर दी, डॉक्टर खुद को बचाते रहे भागते रहे लेकिन आरोपी डॉक्टर जावेद नहीं बच पाये।
उग्र नर्सों का सीधा आरोप है कि डॉक्टर जावेद 2nd year की नर्स कोमल कुमारी के साथ ड्यूटी के दौरान छेड़छाड़ किया जिस वजह से सदर अस्पताल के सिविल सर्जन को आवेदन भी दिया गया था लेकिन कोई कार्यवाही नही होने के कारण सिविल सर्जन के चेम्बर में नरसिंग स्कूल की प्रिंसिपल के साथ जाँच चल ही रही थी कि अचानक सैकड़ो नर्स चेम्बर में घुस कर आरोपी डॉक्टर को अपने हवाले ले लिया फिर क्या था सिविल सर्जन के सामने ही आरोपी डॉक्टर की पिटाई होने लगी डॉक्टर चेम्बर से भागने लगा लेकिन डॉक्टर बचने वाला कहाँ था सभी नर्सों ने डॉक्टर को दौड़ा-दौड़ा कर दे दना दन चप्पल-जूतों से पिटती रही और डॉक्टर भागता रहा खुद को बचाता रहा ।
सिविल सर्जन डॉ मुर्तुजा अली ने मामले को लेकर पहले तो चुप्पी साधे रखा लेकिन बार-बार पूछे जाने पर आखिर कार बता ही दिया कि प्रिंसिपल के साथ नर्स के द्वारा दिए गए आवेदन पर जाँच चल ही रहा था कि बाहर खड़ी सभी नर्सें चेम्बर में घुसकर मारपीट शुरू कर दिया दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी
आरोपी डॉक्टर की पिटाई बहुत देर तक होती रही..आक्रोशित नर्सों ने सदर अस्पताल के ऊपरी तल्ले पर सिविल सर्जन के चेम्बर से पिटती हुई नीचे तक ले आई.|
पीड़िता नर्स कोमल सदमे में है कोमल को सदर अस्पताल के ही वार्ड में रखकर उसका इलाज किया जा रहा है।गौरतलब हो
मौके की नजाकत को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए और देखते ही देखते पूरा का पूरा अस्पताल परिसर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया हलाकि पिटाई के बाद आरोपी डॉक्टर जावेद फरार हो गया।
जिले के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि मामला इतना बढ़ गया कि कंट्रोल से बाहर हो गया भीड़ उग्र हो गई मिली सूचना पर जाँच की जा रही है anm के द्वारा हंगामा किया जा रहा था मामला डॉक्टर जावेद के द्वारा anm के साथ छेड़छाड़ का है जाँच और cctv फुटेज देखने के बाद कार्रवाई की जाएगी ।
लेकिन पुलिस की कार्यसेली पर एक बड़ा सवाल है सदर अस्पताल के महज कुछ दुरी पर ही जिले का सदर थाना है इतनी बड़ी घटना हो गयी घटना से पहले हंगामा होता रहा लेकिन नगर थाने की पुलिस को जर्रा बराबर की खबर तक नहीं हुई। अगर पुलिस थोड़ी सजग रहती तो शायद भीड़ उग्र नहीं होते और मामला तुरन्त सुलझाया जा सकता था, शायद पुलिस भी यही चाह रही थी कोई अप्रियघटना हो और एक डॉक्टर की सरे आम पिटाई कर दी गयी, इस घटना को देख कर नगर थाना पुलिस की भूमिका सन्देह के दायरे मैं है|