कमलेश तिवारी की रिपोर्ट :
चन्दौली : केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड(सीबीएसई) 12वीं का परिणाम शनिवार को घोषित हो गया। परिणाम देख उत्कृष्ट अंक पाए बच्चे जहां खुशी झूम उठे, वहीं उम्मीद से कम अंक पाने पर कुछ छात्र-छात्राओं के चेहरे पर मायूसी देखी गयी। अपने बच्चों के अच्छे नम्बरों से पास होने पर परिजन भी खुशी से गदगद थे। परीक्षा परिणाम देखने के लिए सभी साइबर कैफे पर छात्र-छात्राओं व उनके परिजनों की भीड़ लगी थी। वहीं कुछ ने अपने स्मार्टफोन व लैपटाप पर ही परीक्षा का परिणाम देखा।
नगर स्थित केन्द्रीय विद्यालय के वाणिज्य संकाय में 95.45 प्रतिशत, कला संकया में 100 प्रतिशत व विज्ञान संकाय में भी शत प्रतिशत बच्चे उत्तीर्ण हुए। परीक्षा में 93.8 प्रतिशत अंक पाने वाली कला संकाय की छात्रा पल्लवी कुमारी विद्यालय में सर्वाेच्च रहीं। वहीं वाणिज्य संकाय में खुशबू रानी ने सर्वाधिक 80 प्रतिशत एवं विज्ञान संकाय की छात्रा मधुलिका सिंह ने सबसे ज्यादा 91.6 प्रतिशत अंक प्राप्त किया।
सीबीएसई इंटरमीडिएट की परीक्षा का परिणाम शनिवार की दोपहर 12 बजे के बाद आया। इसमें सनबीम स्कूल मुगलसराय की मानवी अग्रवाल जनपद में सर्वाधिक अंक 98.2 अंक पाकर टापर बनीं। वहीं सनबीम स्कूल की ही आकांक्षा पाठक 97.4 पाकर द्वितीय और सनबीम की ही देवलीना दास व ऋषिका 96.8 प्रतिशत अंक पाकर संयुक्त रूप से तृतीय टापर बनीं। सनबीम स्कूल की मानवी वाणिज्य वर्ग, आकांक्षा कला वर्ग व देवलीना दास विज्ञान वर्ग में छात्रा हैं। इसके अलावा एसजी पब्लिक स्कूल की दिव्या गुप्ता 95.6 व सनबीम का ही आेवैस सलीम ने 95.5 प्रतिशत अंक पाया। इन छात्राआें की सफलता से परिजनों सहित विद्यालयों के शिक्षकों व अन्य छात्रों में हर्ष व्याप्त है।
जनपद में लगभग दर्जनभर विद्यालय हैं। इनमें केंद्रीय विद्यालय, सनबीम स्कूल, एसजी पब्लिक स्कूल, लक्ष्मी पब्लिक स्कूल, एसआरबी पब्लिक स्कूल, मानस कांवेंट स्कूल, एसआरवीएस पब्लिक स्कूल, अल हनीफ एजुकेशनल सेंटर, यूनिवर्सल पब्लिक स्कूल, महर्षि अरविंद स्कूल, बृज नंदनी कांवेंट स्कूल, बीपीएस स्कूल आदि सीबीएसई द्वारा संचालित होते हैं। इन विद्यालयों में लगभग 14 सौ बच्चे इंटर की परीक्षा में शामिल हुए थे, उनमें से लगभग 90 प्रतिशत बच्चे सफल रहें। इसमें भी लड़कियों ने सबसे अधिक बाजी मारी है। जनपद के टापर के स्थान पर सभी लड़कियां ही हैं। रिजल्ट आने के बाद लगभग सभी विद्यालयों द्वारा अपने अपने विद्यालय के टापर्स को सम्मानित किया गया। वहीं कहीं कहीं पुरस्कार भी घोषणा की गई। कई विद्यालयों ने तो अभिभावकों को विद्यालय बुलाकर उनका सम्मान किया। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि एक बेहतर रिजल्ट आया।