संतोष यादव की रिपोर्ट :
सुलतानपुर : घर से तहसील मुख्यालय के लिए बाइक से निकले अधिवक्ता की बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। दिन-दहाड़े हुई वारदात से इलाके में सनसनी फैल गयी। पुलिस अधीक्षक अमित वर्मा घटनास्थल पर पहुंचे आैर उन्होंने घटना के संबंध में लोगों से जानकारी हासिल की। मृतक के छोटे भाई की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू की है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है।
दरअसल चांदा थाना क्षेत्र के इंदौली गांव निवासी अधिवक्ता ओंकार यादव (45) लंभुआ तहसील में प्रैक्टिस करते थे। रोजाना की तरह वह गुरुवार की सुबह करीब साढ़े सात बजे अपनी बाइक से तहसील मुख्यालय के लिए निकले थे। घर से करीब आधे किलो मीटर की दूरी पर पहले से घात लगाकर बैठे बाइक सवार तीन बदमाशों ने उन्हें रोक लिया। जब तक वह कुछ समझ पाते बदमाशों ने उनके ऊपर तमंचे से फायर झोंक दिया। गोली ओंकार यादव के बाएं कंधे की नीचे लगी। बदमाशों से बचने के लिए ओंकार यादव खेत की तरफ भागे, लेकिन कुछ दूर जाकर वह अचेत होकर जमीन पर गिर पड़े। अधिवक्ता को मृत समझ बदमाश असलहा लहराते हुए फरार हो गये। आसपास खेतों में काम कर रहे लोगों ने इसकी सूचना परिजनों को दी। आनन-फानन में परिजन घायल अधिवक्ता को लेकर सीएचसी चांदा पहुंचे,जहां पर चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
दिन-दहाड़े हुई इस दुस्साहसिक वारदात से इलाके में सनसनी फैल गयी। धीरे-धीरे यह खबर पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गयी। बड़ी संख्या में लोग सीएचसी पहुंच गये। सूचना पर पुलिस अधीक्षक अमित वर्मा मौके पर पहुंचे आैर घटना के संबंध में लोगों से जानकारी हासिल की। उन्होंने अधिवक्ता हत्याकांड को गंभीरता से लेते हुए घटना के शीघ्र खुलासे के लिए मातहत को जरूरी दिशा निर्देश दिये। उधर डाग स्क्वायड एवं फारेंसिक टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाये। मृतक के छोटे भाई ओमप्रकाश यादव की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की है।
एसपी अमित वर्मा ने बताया कि घटना के खुलासे को लेकर क्राइम ब्राांच,एसओजी के अलावा स्थानीय पुलिस को भी जिम्मेदारी सौंपी गयी। एएसपी सिटी के नेतृत्व में टीमें लगायी गयी हैं। उन्होंने बताया कि वे स्वयं ही मामले की मानीटरिंग कर रहे हैं, जल्द ही रिजल्ट सामने होगा। वहीं इस घटना को लेकर लंभुआ तहसील बार एसोसिएशन ने जल्द ही दोषियों की गिरफ्तारी व अधिवक्ता के परिजनों को सहायता राशि दिलाने की मांग की है।