हरदीप छाबड़ा की रिपोर्ट :
रायपुर : गरियाबंद से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित अमामोरा में प्रशासन द्वारा दिनाँक 3 मई को आयोजित जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन किया था, जिसकी सुरक्षा हेतु लगभग 200 पुलिस वालों की टीम को अलग अलग टुकड़ियों में बांट कर सर्चिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा था। 30 की एक टुकड़ी जिसका नेतृत्व एस आई गुलाब टंडन और एस आई विवेक पांडेय कर रहे थे। यह टुकड़ी सर्चिंग के लिए सुबह 10 बजे निकली थी जो एरिया सर्चिंग करते हुए लगभग 12 बजे के करीब अमलोर और ओढ़ के बीच पहुँची थी, जहाँ पर नक्सली पहले से ही एम्बुस लगा कर बैठे थे। टीम के पहुँचते ही आईईडी के ब्लास्ट की चपेट में आने से विशेष दस्ते का 1 जवान जिसका नाम लेखा राम निवासी नरहरपुर (जिला कांकेर) की घटना स्थल पर ही शहादत हो गई वही दूसरे जवान भोजसिंह का आईईडी की चपेट में आने के बाद प्राथमिक उपचार के दौरान शहादत हो गई।
इस पूरी घटना में लगभग 20- से 25 नक्सलियों की संख्या का अंदाजा लगाया जा रहा है। पुलिस की टुकड़ी ने भी जवाबी कार्यवाही में ताबड़तोड़ गोलीबारी करते हुए नक्सलियों को भागने पर मजबूर कर दिया, जिसके चलते नक्सली पुलिस के हथियार ले जा पाने में नाकाम रहे। कुल मिलाकर इस पूरे घटनाक्रम को जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर के आयोजन से जोड़ कर देखा जा रहा है।
वहीँ अधिकारियों का कहना है कि जिला स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन आमामोरा ओढ़ में किया गया था, जिसकी बौखलाहट के चलते नक्सलियों ने हमला किया, जिसमें हमारे दो जवान शहीद हो गए है। जवानों की शहादत को जाया नही जाने दिया जाएगा। आने वाले दिनों में इसका मुंहतोड़ जवाब देकर कार्यवाही की जाएगी।