अशरफ जमाल की रिपोर्ट :
नरकटियागंज : नरकटियागंज अनुमंडल के सहोदरा थाना के थानाध्यक्ष कृष्ण मुरारी गुप्ता के सहयोग से नेपाल से उत्पाद विभाग की टीम ने नेपाल जाकर शराब पीकर बिहार लौटने वाले आठ शराबियों को संयुक्त कार्रवाई (ज्वाइंट ऑपरेशन) करते हुए गिरफ्तार किया है। उपर्युक्त कार्यवाही शनिवार की देर शाम सहोदरा थाना क्षेत्र के भिखनाठोरी जंगल में की गयी। शराबियों के पास से एक कार भी जब्त की गयी है।
उत्पाद अधीक्षक राकेश कुमार के अनुसार गुप्त सूचना मिलने पर वे नेपाल के ठोरी से शराब पीकर लौटने वालों के विरुद्ध, सहोदरा पुलिस के साथ जंगल में घेराबंदी कर शनिवार को लगभग आठ बजे एक कार में लोगों से पूछताछ की और सवार आठ लोगों की जांच ब्रेथ एनलाइजर से की गयी। सभी ने शराब पी रखी थी। नेपाल से शराब पी कर लौटने वालों में पिड़ारी के विपीन कुमार, इनरवा के पन्ना लाल साह व मेघनाथ कुशवाहा रक्सौल के दीपक कुमार श्रीवास्तव, सिसवनिया के जयप्रकाश साह, गोबरौरा के बसंत साह व प्रकाश साह व उतरवारी पोखरा बेतिया के मनीष राज को गिरफ्तार कर लिया गया है। उत्पाद अधीक्षक के अनुसार सभी को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। उत्पाद विभाग की कार्रवाई के दौरान सहोदरा थानाध्यक्ष कृष्ण मुरारी गुप्ता अपनी टीम के साथ मुस्तैद रहे।
उल्लेखनीय है कि भारत नेपाल का भिखनाठोरी और नेपाल का ठोरी शराब पीने का सेफजोन बना हुआ है। चम्पारण और आस-पास के रसूखदारों के लिए, सूबे में शराब बंदी के बाद शराब की जरुरत पूरा करने के लिए सेफजोन बना हुआ है। दिन-रात हो या शाम शराब पीने वालों का रुख ठोरी का होता है। इस बात से सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि पूर्वी चंपारण और गोपालगंज जिले के शौकीन भी यहां भारी तादाद में पहुंच रहे हैं।
उत्पाद विभाग की कार्रवाई पर नजर दौड़ाएं तो जनवरी से लेकर अब तक करीब साठ लोग शराब पीने के आरोप में पकड़े जा चुके हैं। इस बात से सहोदरा पुलिस इतेफाक रखती है कि अधिकतर लोग ठोरी में केवल शराब पीने ही जा रहे हैं। इक्का दुक्का वैसे लोग होते हैं जो जरूरी कार्यवश ठोरी जाते हैं। सहोदरा थानाध्यक्ष कृष्ण मुरारी गुप्ता की मानें तो अगर पुलिस सजग नहीं रहती तो शराब पीनेवालों की तादाद अत्यधिक बढ़ गई होती। पुलिस व उत्पाद विभाग के अलावा एसएसबी की सक्रियता भी सराहनीय है, लेकिन शराब और शराबियों पर अंकुश का नहीं लगना कहीं न कहीं संदेह उत्पन्न करता है। वैसे पूर्ण शराबबंदी को सफल बनाने का प्रयास किया जा रहा है।