सतेंद्र पाठक की रिपोर्ट :
बेतिया : पश्चिमी चंपारण जिला के बिहार सरकार द्वारा दी जाने वाली शव वाहन को लेकर बेतिया सिविल सर्जन ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखंड लेखापाल आदि को कई दिशा निर्देश जारी किए हैं। सीएस अनिल कुमार सिन्हा ने बताया कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, रेफरल अस्पताल एवं अनुमंडल अस्पताल में मरीजों के मौत होने या पोस्टमार्टम के उपरांत शव को घर ले जाने हेतु वाहन की व्यवस्था प्रभारी चिकित्सा प्रभारी करेंगे।
बाढ़ की संभावनाओं को देखते हुए सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारियों को आपातकालीन दवाएं, ब्लीचिंग पाउडर, सर्प काटने व कुत्ता काटने की दवा रखने का निर्देशित किया गया। ताकि बाढ़ से उत्पन्न स्थिति से निपटा जा सके। मातृ मृत्यु,शिशु मृत्यु एवं नवजात बच्चों से संबंधित कार्यक्रम पर, व्हीलचेयर, स्ट्रेचर, एंबुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित करने सहित कई सुविधा पर जोर दिया गया। वही जननी बाल सुरक्षा योजना की सबसे ज्यादा भुगतान नरकटियागंज, चनपटिया, मैनाटांड़ प्रखण्ड में लंबित होने पर पदाधिकारियों को फटकार लगाई गई एवं सभी प्रोत्साहन राशि को 15 दिन के अंदर भुगतान करने का आदेश दिया गया। एचआरटीएस में आंकड़े प्रविष्टि नहीं करने एवं लापरवाही के आरोप में प्रधान लिपिक मधुबनी के वेतन पर रोक लगाया गया। इस बैठक में जावेद, बिरेन्द्र कुमार, डॉ0 किरण शंकर झा सहित कई उपस्थित रहे।