विजय कुमार (गुड्डू) की रिपोर्ट
योगापट्टी : प्रखंड के कन्या मध्य विद्यालय के परिसर मे मंगलवार की शाम बिहार राज्य आशा संघ की बैठक हुई, जिसमें प्रखंड मे आशा कार्यकर्ता और आशा फैसलेटर की बहाली में विभाग द्वारा की गई अनियमितता पर चर्चा कर इसकी उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की गई। बैठक को संबोधित करते हुए बिहार राज्य आशा संघ के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष ओमप्रकाश कांति ने कहा कि योगापट्टी प्रखंड में की गयी आशा कार्यकर्ता और आशा फैसलेटर की बहाली मे स्वास्थ्य विभाग नियमों की धज्जी उड़ा कर पदाधिकारी मालामाल हुए है।
उन्होंने कहा कि जिस आंगनबाड़ी केंद्र के पोषक क्षेत्र में 1500 से ज्यादा जनसंख्या है, वहां पर आशा कार्यकर्ता की बहाली करनी है, लेकिन पीएचसी के पदाधिकारी और स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों द्वारा मोटी रकम लेकर एक हजार से कम जनसंख्या वाले आंगनबाड़ी केंद्रों पर नये आशा कार्यकर्ताओं की बहाली धल्ले से किया गया है। ऐसी ही स्थिति आशा फैसलेटर की बहाली मे किया गया है। जिस आशा को अपना हस्ताक्षर करने में कठिनाई होती है उसे आशा फैसलेटर रूपया लेकर बनाया गया है।
संघ के कार्यकारी अध्यक्ष कांति ने कहा कि जिला में अपने कारगुज़ारियों हमेशा अव्वल रहा है, तभी तो एक माह के अंतराल के बाद एक ही महिला को दूसरा बच्चा पैदा होने की सुची तैयार कर रूपये की लूट-घसोट पीएचसी के पदाधिकारी और कर्मियों द्वारा किया गया था। योगापट्टी पीएचसी इस बार भी बहाली में अनियमितता करने में आगे है।
उन्होंने कहा कि आशा बहाली की जांच उच्च स्तरीय के लिए जिलापदाधिकारी और सिविल सर्जन से कराने के लिए मांग किया गया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर संघ द्वारा मांगे गए मांग के अनुसार उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों पर कार्रवाई नही की जाती है तो संघ विभाग के इस कुकृत्य के खिलाफ आन्दोलन करने के लिए बाध्य होगी ।