सतेंद्र पाठक की रिपोर्ट :
बेतिया : प0 चम्पारण के बेतिया नगर परिषद सफाई कर्मचारी मजदूर संग नगर परिषद बेतिया के आवाहन पर नगर परिषद के सभी कर्मचारी पूरा का अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। मुख्य सचिव सह बिहार राज्य स्थानीय विकास कर्मचारी महासंघ के जिला संयोजक रविंद्र कुमार रवि ने कहा कि नगर प्रशासन सफाई कर्मचारियों से लेकर सभी तबके के कर्मचारियों के साथ जानवर जैसा व्यवहार करते हैं। जो घोर अपराध है।
सफाई कर्मचारियों को वीवीआईपी के आगमन पर छुट्टी के दिनों में जानवरों जैसे काम करा करा कर परेशान किया जाता है। सफाई कर्मचारी से पर्व त्योहार के दिन के 10 से 12 घंटे तक काम लिया जाता है और ससमय उनके वेतन का भुगतान भी नहीं किया जाता है। कर्मचारी नेता रवि ने आगे कहा कि छठा वेतनमान के प्रत्याशा में पड़ोसी जिला पूर्वी चंपारण से लेकर पश्चिमी चंपारण के नगर पंचायत चनपटिया, नरकटियागंज वगैरा निकायों में छठा वेतन दिया जा रहा है। परंतु वित्तीय प्रशासन इसे बढ़ा हुआ महंगाई के जमाने के बाद में मजदूरों के साथ मान-सम्मान व प्रतिष्ठा के साथ खिलवाड़ कर रहा है।
संघ के अध्यक्ष संजय यादव ने कहा कि जब तक हमारे 4 सूत्रीय मांगों को कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा मानते हुए व्यवहार से लागू नहीं कर दिया जाता है। तब तक यह हड़ताल जारी रहेगा। संघ की नेता मुन्नी देवी व हरेंद्र राम ने संयुक्त रुप से कहा कि न प्रशासन एनजीओ और मास्टर रोल पर यदि वीडियो से सफाई का काम लेकर युवा के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। कयूम अंसारी, आशा देवी, शीला देवी ने कहा कि अनुबंध कर्मचारियों को 14- 15 वर्षों से सफाई का काम दैनिक वेज मजदूरों के रूप में लेकर उनके समस्त परिवार की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करना बन्द करे। इनका समस्या का निदान ना करना नगर प्रशासन अपना कर्तव्य समझता है। जिसमें अब बर्दास्त कर पाना मुश्किल है। कर्मचारी नेता गणपत रावत ने कहा कि हमारी 4 सूत्रीय मांगे छठा वेतन मान के प्रत्याशी के इस में अभिलंब पहली निरस्त बतौर वेतन देने हेतु सारी प्रक्रिया को लागू करें। रिटायरमेंट कर्मचारियों को भुगतान करें, अनुबंध कर्मचारियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ ना करते हुए उन्हें शीघ्र अस्थाई नौकरी देने के लिए अपनी ही तत्परता दिखाएं एवं पंचम वेतनमान के आधार पर कर्मचारियों के सभी बकाया राशि का भुगतान करने के लिए लोक प्रशासन व्यवहार में अंतर जाए। अन्यथा हड़ताल जारी रहेगा। वही मौके पर मुन्नी देवी, रंभा देवी, संजय यादव, हरेंद्र रावत, इंद्रासन रावत सहित सैकड़ों मजदूरी अवस्थित रहे।